Ééê¹éçeò |Éêié´Éänùxé ANNUAL REPORT 2017-2018
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´ÉÉʹÉÇEò |ÉÊiÉ´ÉänùxÉ ANNUAL REPORT 2017-2018 CSIR-National Institute for Interdisciplinary Science & Technology (NIIST) ´ÉÉʹÉÇEò |ÉÊiÉ´ÉänùxÉ 2017-2018 ANNUAL REPORT Published by : The Director National Institute for Interdisciplinary Science & Technology, Thiruvananthapuram Editorial Committee : Dr A Ajayaghosh Dr A Sundaresan Dr P Prabhakar Rao Dr K Harikrishna Bhat Dr Elizabeth Jacob Dr B S Dileep Kumar Dr. Raghu K G Dr Luxmi Varma Dr C Chandrasekhara Bhat Dr K Madhavan Nampoothiri Mr C K Chandrakanth Mr R S Praveen Raj Mr V Moni Dr Deepa Balan Hindi Translation : Mrs K S Lathidevi Mr Vishnu Gurjar Photography : Mr G Nagasrinivasu Design & Printing : Akshara Offset Thiruvananthapuram ºÉÒ BºÉ +É<Ç +É®ú - ®úɹ]ÅõÒªÉ +ÆiÉ̴ɹɪÉÒ Ê´ÉYÉÉxÉ iÉlÉÉ |ÉÉètÉäÊMÉEòÒ ºÉƺlÉÉxÉ CSIR–National Institute for Interdisciplinary Science and Technology (NIIST) C onte N T S 05 Foreword 07 Significant Achievements 14 Agro Processing & Technology Division 26 Microbial Processes & Technology Division 41 Chemical Sciences & Technology Division 63 Materials Science & Technology Division 82 Environmental Technology Division 94 S&T Services 154 General Information प्रस्鄾वन鄾 टीम सीएसआईआर-एनआईआईएसटी की तरफ से आपको वर㔷 2017- ईआईए अध््न के माध्म से पर्यवरण संर啍ण और रनगरानी की हमारी 18 की वारर㔷क ररपोर् प्रसतत酁 करने मᴂ मझे酁 बहुत खशी酁 और रवशेरारिकार प्ररतबद्धता का पालनरक् ा जाता है । ्ह उल्लखनी् है रक सीएसआईआर- है । रपछले क酁 छ वरषोंमᴂ सीएसआईआर-एनआईआईएसटी अपना ध्ान, एनआईआईएसटी केरल मᴂ एकमा配 संगठन है, रजसे श्रेणी ए परर्ोजनाओ ं मᴂ प्ररतबद्धताओ,ं कामकाज और वै煍ारनक गरतरवरि्ⴂ के रनषपादन को एक ईआईए परामर्दाता के 셂प मᴂ एनएबीईटी / एमओईएफ मान्ता प्राप्तहै । राष絍ी् तथा सीएसआईआर रमशन व जनादेश के साथ संरेरखत कर रहा है । हमारी पररषकृ त परी啍ण और रव�लेणातमक सरवि酁 ाए ं इन-हाउस आर एडं डी सीएसआईआर-एनआईआईएसटी ने इस गरतशील 셂प से बदलते पर्यवरण गरतरवरि्ⴂ को आगे ब褼ाने मᴂ सहा्ता प्रदान करने के साथ ही साथ बाहरी को सफलतापव㔷ू क अनक酁 ू रलत रक्ा और अनमा酁 रनत ल啍्ⴂ और पररणामⴂ को 嵍ाहकⴂ के रलए परी啍ण और रव�लेणातमक सेवाओ ंकी एक रवसततृ श्रखलांृ पराू रक्ा । इस अवरि के दौरान उच㔚 प्रभाव सअन酁 ंिान, आईपी उतपादन, प्रदान करतीहै ।ंस थान मᴂ एक समरप㔷त डाइऑकसाइन परी啍ण सरवि酁 ा भी औ饍ोरगक गठबंिन, मानव संसािन रवकास तथा नए सह्ोगी भागीदारⴂ और है। एसीएसआईआर के तहत पीए㔚डी कार्क्रम, कौशल रवकास कार्क्रम, एमएससी और एम.टेक. परर्ोजना कार् आरद के माध्म से छा配ⴂ, उ饍रम्ⴂ, रहतिारकⴂ को आकरर㔷त करते हुए संसथान ने महतवपर्ू ्ोगदान देना जारी अकादरमक और उ饍ोगⴂ को लाभारनवत करते हए मानव ससािन रवकास हमारे रखा । हमारी टीम के वै煍ारनकⴂ, तकनीकी कर्मारर्ⴂ, प्रशासरनक कर्मारर्ⴂ ु ं ससथान का ध्ान कᴂ र섿त एक और प्रमख 啍े配 है । और छा配ⴂ के अथक और समरप㔷त प्र्ासⴂ की वजह से और सीएसआईआर- ं 酁 मख्酁 ाल् से सम् पर प्राप्त समर्न से ्ह संभव हो पा्ा था । उ饍शे ्ⴂ और वर㔷 2017-18 की अवरि के दौरान संसथान 饍ारा कई महतवपर्ू कार्क्रम ल啍्ⴂ को प्राप्त करनेमᴂ कडी मेहनत और सह्ोग रद्े सभी सह्ोरग्ⴂ को मℂ आ्ोरजत रकए गए। प्रौ饍ोरगकी हसतांतरण / लाइसᴂरसंग को स啍म करते हुए इस अवसर पर िन्वाद देता हू ं । उ饍ोगⴂ, उ饍रम्ⴂ, एमएसएमई और अन् रहतिारकⴂ के रलए एक आम म㔚ं प्रदान करने के रलए आर एडं डी- उ饍ोग बैठक, कार्यतमक रंगⴂ और उननत संसथान के जोरदार 啍े配ⴂ मᴂ रसा्न, ऊर्ज (पारंपररक और गैर परंपरागत), सामर嵍्ⴂ पर 8 वĂ पव㔷ू एरश्ा सगो�ी, रव煍ान तथा प्रौ饍ोरगकी म配ाल्, पथृ वी कार्यतमक खा饍 पदार्, सर啍酁 ा अनप्र酁 ्ोगⴂ के रलए फलोरोसᴂट साम嵍ी, ं ं रव煍ान म配ाल् और रव煍ान भारती 饍ारा स्क्त酁 셂प से आ्ोरजत आउटरी㔚 न्絍ू ास्रटू कलस, फसलोत्तर टेकनोलॉजीज, डा्गनोरसटक प्रोब, ड्रग ं ं कार्क्रम "रवभा", सीएसआईआर और के न섿ी् रव饍ाल् के बी㔚 की एक इटरमीं रडएट्स, पॉरलमर कं पोरजट्स, हलकी रमश्र िात 酁 और कम㔪्टेशनलू पहल "रज煍ासा" ध्ान देने ्ोग् कार्क्रम हℂ। "रवभा" और "रज煍ासा" मॉडरलंग शारमल हℂ । फासट 絍ैक 絍ांसलेशन और फासट 絍ैक व्ावसा्ीकरण कार्क्रमⴂ का उ饍शे ् ्वा छा配ⴂ के बी㔚 वै煍ञानक अनसिान और रवकास की (एफटीटी और एफटीसी) मोड के माध्म से अचछी तरह से निर्धररत ल啍्ⴂ 酁 酁 ं रदशा मᴂ जाग셂कता और 셁र㔚 पैदा करना था । और पररणामⴂ के साथ इन डोमेन पर काम जारी रखने के रलए हम प्र्ास करᴂगे । -ग अवरि के दौरान परसकार और प्रशसा जीत सीएसआईआरﴂररपोरट वर㔷 2017-18 हमारे रलए एक उत्तेजक वर㔷 था, हमारे बाहरी नकदी प्रवाह, वर㔷 酁 ं एनआईआईएसटी के सभी को मℂ बिाई देता ह और मझे आशा है रक तीव्र शोि ग अवरि मᴂ प्र्ोगशाला ररजव㔷 मᴂ ूं 酁ﴂके दौरान 27% था, अब ररपोरट 2016-17 लगातार वरद्धृ के साथ बाहरी नकदी प्रवाह 31% हो ग्ा है। सरकार, रनजी प्र्ासⴂ के माध्म से वे अपनी र㔚नातमकता को बनाए रखᴂगे। सीएसआईआर और शै啍रणक 啍े配ⴂ मᴂ शारमल हमारे रहतिारकⴂ के समर्न से ही ्ह संभव हो मख्酁 ाल्, अन् रवत्त पोरण एजᴂरस्ⴂ और उ饍ोगⴂ से प्राप्त समर्न के रलए पा्ा । हमारे प्रकाशनⴂ का औसत प्रभाव कारक सबसे उच㔚 सतर 4.16 तक मℂ आभारी हू ं । समाज को प्रभारवत करने वाले ल啍्ⴂ को प्राप्त करनेमᴂ समान ब褼 ग्ा । रव㔚ारिारा के वै煍ारनक और औ饍ोरगक समदा酁 ् के साथ सह्ोग करने के रलए हम ततपर हℂ । खनन और बंदरगाह 啍े配ⴂ से संबंरित पर्यवरण प्रभाव आकलन (ईआईए)मᴂ शभकामना酁 सरहत, सीएसआईआर-एनआईआईएसटी एक मजबत रसथरत रखता है । हमारे 嵍ाहक ू ए अजयघोष की बैठक, जो ईआईए की अरनवार् आवश्कता है, को सरनर酁 椿त करते हुए रनदेशक Foreword On behalf of Team CSIR-NIIST, it gives me immense pleasure protection and monitoring is adhered to while ensuring our and privilege to present the Annual Report of 2017-18 to you. customer’s meeting, the mandatory EIA requirement. It may Over the past few years CSIR-NIIST has been aligning its focus, be noteworthy that CSIR-NIIST is the only organization in commitments, functioning and execution of scientific activities Kerala with NABET/MOEF accreditation as an EIA consultant with National as well as CSIR Missions and Mandates. CSIR- in category A projects.Our sophisticated testing and analytical NIIST had successfully adapted with this dynamically changing facilities offers a wide range of testing and analytical services to environment and accomplished the projected targets and the external clients while pursuing in house R&D activities. The outcomes. During this period the Institute continued to make Institute also has a dedicated dioxin testing facility. The human significant contributions in high impact research, IP generation, resource development is another major area of focus of our forging industrial alliance, human resource development, Institute through Ph.D. Programs under the aegis of AcSIR, skill attracting new collaborating partners and stake holders. This development programs, M.Sc. and M.Tech. project works etc. was possible due to the untiring and dedicated efforts of our benefiting students, entrepreneurs, academia and industries. team of scientists, technical staff, administrative staff, students Several important programs were organized by the Institute and the timely support from CSIR-HQ. I take this opportunity to during the period 2017-18. Noteworthy are the R&D industry thank all my colleagues for their hard work and cooperation in meet for providing a common platform for industries, achieving the objectives and the targets. entrepreneurs, MSMEs and other stake holders enabling The thrust areas of the Institute comprise of chemicals, energy technology transfer/licensing, 8th East Asia Symposium on (conventional and non conventional), functional foods, functional dyes and advanced materials, outreach program fluorescent materials for security applications, nutraceuticals, “VIBHA”jointly organized by Ministry of Science and Technology, post harvest technologies, diagnostic probes, drug Ministry of Earth Science and Vijgnana Bharati, “Jigyasa” an intermediates, polymer composites, light metal alloys and initiative between CSIR and Kendriya Vidyalaya. “VIBHA” and computational modeling. It will be our endeavor in continuing to “Jigyasa” programs were aimed at generating awareness and work on these domains with well laid out targets and outcomes interest towards scientific research and development among through fast track translational and fast track commercialization young students. modes (FTTs and FTCs). When we look back on the exciting year I congratulate all at CSIR-NIIST who had won awards and of 2017-18, our external cash flow rose from 27% during 2016- accolades during the reporting period and I hope they will 17 period to 31% for the reporting period along with a steady sustain their creativity through intensified research efforts.