Volume : 139 Issue No. : 139 Month : February, 2012
Our duty is to encourage everyone in his struggle to live up to his own highest idea, and strive at the same time to make the ideal as near as possible to the Truth...... Swami Vivekananda
हमारा कत य है क हम हर कसी को उसके संघष म खुद के सव च वचार के मुता बक जीने के लए उ स हर कर , और साथ ह ये यास कर क उसके आदश स य के बलकुल नकट ह ...... वामी ववेकानंद
CURRENT AFFAIRS जैन कॉ स के चुनाव क सरग म यां जोर पर ी ऑल इं डया वेता बर थानकवासी जैन कॉ स नई द ल क चुनावी ग त व धयां म तेज हलचल होने कारण यह देश यापी होता जा रहा है। इन चुनाव म थानकवासी ब धुओं क ओर से जगह-जगह पूरे देश म अ वनाष चोर ड़या जैन के समथ न म जनसभा का आयोजन कर भ य वागत अ भन दन कया जा रहा है। पूरे देश से मल रहे अपार जनसमथ न व बढ़ते जनाधार को देखते हु ए यह लग रहा है क इस चुनाव म अ वनाष चोर ड़या जैन को
जीत प क है। जो मण संघ हतै शय के लए एक बड़े तोहफे से कम नह होगी। जैन कॉ स के इन चुनाव के स दभ म वेता बर थानकवासी जैन समाज द ल , समाज के व र ठ नेताओं व त न धय क ओर से एक मह वपूण बैठक ए लॉक ि थत षा त वहार जैन थानक म हु कुमचंद जैन ‘भगतजी’ क अ य ता म स प न हु ई। इस मी टंग म द ल ा त के लगभग सभी े के थानकवासी ी संघ के पदा धकार व त न ध ने भाग लया। उपि थत सभी त न धय ने सव स म त से रा य अ य पद के लए अ वनाष चोर ड़या जैन व ा तीय अ य पद के लए जयकुमार जैन को अपना भरपूर समथ न देने क पुरजोर अपील क । इस मी टंग को स बो धत करते हु ए अतुल जैन रा य महामं ी जैन कॉ स युवाषखा ने कहा क ी ऑल इं डया वेता बर थानकवासी जैन कॉ स हमार 106 साल पुरानी सं था है, जो मण संघ क मातृसं था कहलाती है। आज इस मण संघ के आचाय पू य ी षवमु न जी महाराज क आ ा म लगभग 1300 संत-सा वी पूरे देष म वचरण करते ह । हमे इस चुनाव के मा यम से मण संघ के गौरव को बढ़ाने का, समाज म एकता व सम वय क वचारधारा को मजबूत करने का अवसर ा त हु आ है। समाज का हर यि त अ वनाष जी के वचार व या-कलाप से पूण तया अवगत है। इस लए जीत म कोई संषय रंचमा भी नह है। मी टंग म सभी व ताओं ने अपने व त य मे यह बात दोहराया क रा य अ य पद के लए अ वनाष चोर ड़या जैन व ा तीय अ य पद के लए जयकुमार जैन को अपना भरपूर समथ न देकर भार मत के अ तर से वजयी बनायेग । इस मी टंग को जैन कॉ स के रा य उपा य रमेष जैन ‘काहनी’, एल0 सी0 जैन, अतुल जैन महरौल , राम नवास जैन रो हणी सै टर- 5, यषव त जैन महामं ी महासंघ, एस0 पी0 जैन, ओम काष जैन पीतमपुरा, संजीव जैन आ म व लभ सो0, दनेष सुराणा, पवन जैन-कृ णा नगर, अषोक जैन-शि त नगर, रवी जैन-उ तम नगर, राम नवास जैन-उ तम नगर, जय भगवान जैन-पीतमपुरा, संजय जैन षा त वहार, स हत अनेको व ताओं ने सभा को स बो धत कया है। इस मी टंग म रा य मं ी शेर संह जैन, रा य चार- सार मं ी सुखवीर जैन, रा य संगठन मं ी अतुल बोक रया जैन, राजकुमार जैन चडाना, रजनीष जैन ‘अह रमाजरा’ षा त जैन ‘ग धरवाल’ द पक जैन ीनगर, सुरेष जैन षा त वहार स हत लगभग 200 लोग उपि थत थे। सभा का कुषल संचालन षा त वहार जैन थानक के महामं ी िजते जैन आभार ा तीय अ य पद के याषी जयकुमार जैन व धान जगद ष साद ने संयु त प से कया।
जैन कॉ स के रा य अ य पद के लए मनमोहन जैन ने भरा नामांकन प नई द ल : ी ऑल इं डया एस0 एस0 जैन कॉ स के रा य अ य पद के सष त उ मीदवार के प म जैन कॉ स के व र ठ माग दष क एवं उ तर देष व उ तराख ड के ांतीय अ य ी मनमोहन जैन ने देष के कोन- कोने से पधारे जैन कॉ स के हज़ार पदा धका रय एवं सद य क उपि थ त के बीच अपना नामांकन प दा खल कया। जैन कॉ स के इ तहास म यह पहला अवसर पर है क जब रा य अ य पद के उ मीदवार के साथ लगभग दो कलोमीटर ल बे जुलूस म समाज के गणमा य त न धय के साथ समाज का म हला वग , युवा
वग भगवान महावीर एवं जैनाचाय के जयघोश करते हु ए नाचते-झूमते हु ए नामांकन प दा खल करने पहु ंचे। जैन भवन म वराजमान जैन संत पू0 ी ानमु न जी म0 के मुखार व द से ी मनमोहन जैन सप नीक मंगलपाठ वण करके जैन कॉ स के पूव रा य अ य ी नेमीच द चोपड़ा जैन के नेतृ व म जीवदया योजना के रा य अ य ी आर0 डी0 जैन, जैन महासंघ द ल के अ य ी मदनलाल जैन, व र ठ रा य उपा य ी पारस छाजेड़ जैन, रा य उपा य ी पोपटलाल ओ तवाल जैन, रा य उपा य ी आन द छ लाणी जैन, रा य मं ी ी इ दरच द बोहरा जैन, कना टक ा तीय अ य ी भंवरलाल पगा रया जैन, जैन कॉ स रा य काय का रणी स म त सद य ो0 रतन जैन, जीवदया योजना के रा य मं ी ी सलेकच द जैन के साथ मु य रा य चुनाव अ धकार पूव यायाधीष ी करण कुमार कोटेचा के सम अपना रा य अ य पद का नामांकन प सामू हक लोग स, महामं नवकार एवं मंगलपाठ के उ चारण के साथ तुत कया। इस अवसर पर कॉ स के रा य महामं ी ी राजे साद कोठार जैन भी उपि थत थे। अनेक व ताओं ने कहा क जैन कॉ स एक सामािजक व धा म क सं था है, अतः सं था का रा य अ य ऐसा यि त होना चा हए िजसका इ तहास समाज सेवा का, धा म कता के सं कार का, जैन थानकवासी समाज क मा यताओं और पर पराओं के पालक तथा जीवन म जप, तप, याग और दान क भावना का है।