Title : Discussion on the Demands for Grants Nos. 1 to 16 in Respect of the Budget (Railways) for 2012-13
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> Title : Discussion on the Demands for Grants Nos. 1 to 16 in respect of the Budget (Railways) for 2012-13. MR. CHAIRMAN: The House will now take up discussion and voting on the Demands for Grants in respect of the Budget (Railways) for the year 2012-13. Hon. Members present in the House whose cut motions to the Demands for Grants in respect of the Budget (Railways) for the year 2012-13 have been circulated may, if they desire to move their cut motions, send slips to the Table within 15 minutes indicating the serial numbers of the cut motions they would like to move. Only those cut motions, slips in respect of which are received at the Table within the stipulated time, will be treated as moved. A list showing the serial numbers of cut motions treated as moved will be put up on the Notice Board shortly thereafter. In case any Member finds any discrepancy in the list, he may kindly bring it to the notice of the Officer at the Table immediately. Motion moved: "That the respective sums not exceeding the amounts shown in the fourth column of the Order Paper be granted to the President of India, out of the Consolidated Fund of India, to complete the sums necessary to defray the charges that will come in course of payment during the year ending the 31st day of March, 2013, in respect of the heads of Demands entered in the second column thereof against Demand Nos. 1 to 16[r14]." DEMANDS LIST: शी अजनु राम मेघवाल (बीकानरे ): सभापित महोदय, आपने मुझे रेलव े बजट क अनुदान मांग पर बोलने का अवसर िदया, इसके िलए बहत-बहत धयवाद रेल मंती जी ने जो बजट पेश िकया था, उसके बाद हमारे नए रेल मंती जी आए थे व े अभी बठै े हए ह िडमांस फॉर गांटस पर जब चचा हई थी तो बहत से सांसद ने अपनी-अपनी बात कही थी मेरे याल से काफ गभं ीर चचा हई थी और बहत अछे-अछे सजशै स भी आए थे लेिकन जब मंती जी जवाब देने के िलए खड़े हए थे, तो उहने िसफ एक ही चीज का जवाब िदया था जो ओिड़सा से संबिं धत था बाक िजतने भी सांसद ने जो बात कह, उसे उहने या तो गहण िकया या इनके टॉफ ने िलखा उनका जवाब हमारे पास या तो िलिखत म आएगा या मंती जी बोलगे िजन माननीय सदय ने बोला ह,ै अगर मंती जी उह िलिखत म जवाब दे दग े तो सांसद को यह लगगे ा िक हमने हाउस म जो चचा क, उसका कु छ न कु छ रजट रहता है म आपके मायम से रेल मंती जी को यह एक बात यह कहना चाहता हं अब म मुे पर आता हं सभापित जी, रेल बजट म इलिै टिफके शन क बात कही गई है इलिै टिफके शन, दोहरीकरण, गजे परवतन, नई लाइस, सव और लािनंग कमीशन के बारे म कु छ परै े िलखे ह म राजथान से आता हं हमारे यहां इलिै टिफके शन सबसे कम है बहत से राय म इलिै टिफके शन ठीक-ठाक हआ होगा इलिै टिफके शन य जरी है म कहना चाहता हं िक इलिै टक टकै परपरागत रेलव े टकै से चीपर है इसम पदूषण कम होता है पौयशू न के वाइंट ऑफ य ू से भी यह बटै र होता है टेन क रतार भी इससे यादा होती है िफर भी इलिै टिफके शन के काय क गित बहत धीमी है अगला िबदु गजे परवतन का आता है हम िपछले तीस साल से यनू ीगजे सुन रहे ह The Railway has taken an initiative for uniguage. यह िपछले तीस साल से सुन रहे ह और िपछले तीस साल से ही गजे परवतन का काम हो रहा है शु के 5-10 साल म ठीक हआ िफर 10-15 साल म एकदम रतार कम हो गई अब कु छ थोड़ा बढ़ा है यहां सिचन पायलट साहब बठै े हए ह इनका अजमेर से एक गजे परवतन का मामला पिडंग है बांदी कु ई का पकरण भी था शेखावटी ेत म भी गजे परवतन का मामला लंिबत है बांसवाड़ा डुंगरपरु म भी रेल लाइन का मामला है राजथान म कु छ ऐसे टेशन ह, कु छ िडिट ट हडै वाटर भी ह िजहने कोई रेल नह देखी मेरा आपके मायम से कहना ह ै िक बजट पेश कर देना, उसके बाद आकं ड़े पशे कर देना, it is not a sufficient exercise. उसके बाद िनरंतर मौनीटरंग कौन कर रहा ह?ै म इस हाउस म तीन साल से हं म रेल मंती जी को बताना चाहता हं िक एक बार मुिनयपा साहब राजथान म आए उहने रेलव े क मौनीटरंग कमेटी क बठै क ली और जो लंिबत पोजै स थे, उन पर चचा क आप बजट 2012-13 देख लीिजए उसम रेल मंती जी ने 487 पोजै स पि डंग बताए ह िकतनी बड़ी माता म पोजै स लंिबत ह [r15] लेिकन जो मौनीटरंग िसटम ह,ै वह िवदइन दी हाउस है रेल भवन, जीएम कायालय, डीएमआर आिफस तक सीिमत है उसके अलावा मंती जी देश क राजधानी म भी मौनीटरंग नह करते ह अगर कभी करते ह, तो हम कभी नह बलु ाते, ऐसा हम यान म आता है मुिनयपा साहब राय क राजधानी म िपछले तीन साल म एक बार गये या ऐसी यवथा नह हो सकती िक हर तीन महीने म रेल राय मंती हर राय क राजधानी म जाकर मौनीटरंग कमेटी क बठै क ल और उसम संबिं धत एमपीज को बलु ाय उनके जीएम आिफस का िजतना भी ेत पड़ता ह,ै उसम अगर अलग राय के कु छ एमपीज ह, तो उह भी आमंितत कर उसके बाद राय सभा और लोक सभा, दोन सदन के एमपीज से चचा कर व े वहां के मुयमंती को भी बलु ाय, यिक उसम कई ऐसे मामले होते ह जसै े लड एवीिजशन ह,ै उसम मामला अटक गया, परू ा नह हो रहा है हमारे यहां डेडीके टेड फे ट कारीडोर का मामला है उसक गित धीमी है कोई कह रहा ह ै िक जापान से पसै ा आयगे ा अब कह से भी आय,े पसै ा आना चािहए जो पोजै ट आपने हाथ मे ले िलया, उसे तो परू ा करना चािहए मेरा आपके मायम से कहना ह ै िक there must be a monitoring system of the pending projects. यह बहत महवपणू िवषय ह,ै िजस पर रेल मंती जी को यान देना चािहए उसम लोक सभा और राय सभा के सांसद को भी आमंितत करना चािहए, यिक उनक भी रेल से संबिं धत समयाओ ं के समाधान म िच रहती है म अगला िबदु गजे परवतन से संबिं धत लेना चाहता हं म राजथान से आता हं मेरे बीकानेर संसदीय ेत म भी गजे परवतन का मामला अटका हआ था म रेलव े को धयवाद देता हं िक उसे परू ा िकया गया लेिकन शीगगं ानगर मेरे पड़ोस म ह ै और मेरी एक िवधान सभा ेत उसम लगती है वह काय कपलीट हो गया वपसर शी गगं ानगर िजले म कलीट हो गया, िसनल का काम परू ा हो गया, रेलव े अथारटी ने इंसपै शन कर िलया, लेिकन रेलव े यह नह बता पा रही िक वह टकै कब चाल ू होगा म भी कई बार पछू चकू ा हं िक कब चाल ू होगा, लेिकन व े हमे कोई पका आसं र नह दे पा रहे ह दूसरा, म यह िनवदे न करना चाहता हं िक हर राय म गजे परवतन के समय िडिट ट हडै वास अपने टेट कै िपटल से जुड़ने चािहए अगर गजे परवतन के कारण कोई अड़चन ह,ै तो ऑटरनेट ट देना चािहए यह रेलव े क एक पािलसी होनी चािहए गजे परवतन के काम म यिद दस साल लग गये यिक परू ा पसै ा नह ह ै या मान लो िक बहत जदी काम िकया, तो पांच साल लग गय,े तो इन पांच साल तक िडिट ट हडै वाटर का नािगरक अपने टेट कै िपटल म कै से आयगे ा? उसे कौन सी कनिै टिवटी िमलेगी? वह बस से आयगे ा, बाय रोड आयगे ा या अपने साधन से आयगे ा? ऐसी मजबरू ी पदै ा नह होनी चािहए There must be some alternative routes, चाहे वह ट थोड़ा लबा हो जाये अगर ओवर नाइट जन नह ह ै तो कोई बात नह, थोड़ा िदन और थोड़ी रात क जन हो जाय,े तो ठीक ह,ै यिक रेलव े म बठै ने के बाद आम नागरक यह महससू करता ह ै िक रेलव े क याता सुखद होती है रेलव े क यह जो साख बनी ह,ै उसम रेलवे के 14 लाख कमचारयां का बड़ा योगदान है इसिलए मेरा कहना ह ै िक जब गजे परवतन के काम म िडिट ट हडै वाटर टेट कै िपटल से िडसकनै ट हो जाय,े तो उसे एक ऑटरनेिटव ट देने क पािलसी रेलव े म होनी चािहए, ऐसी मेरी आपसे मांग है मंती जी ने हाई पीड टेन क बात क अभी 110 िकलोमीटर पित घटं े क रतार से टेन चलती है रेल मंती जी क बजट घोषणा ह ै िक हम इसे 160 िकलोमीटर पित घटं ा करगे यह अछी घोषणा ह,ै लेिकन 160 िकलोमीटर पित घटं ा करने के िलए इनक लािनंग या ह?ै कभी बलु ेट टेन क बात करते ह तो कभी कहते ह िक हम परू ा इलै टीिफके शन कर दगे लेिकन वह कब करग,े उसका टाइम नह देते ह, यिक मटै र िफर लािनंग कमीशन म चला जाता है इसका टाइम शडै य़लू या ह?ै आप कब तक 160 िकलोमीटर पित घटं ा करग?े चाइना हमसे बहत आग े चला गया ह,ै जापान बहत आग े चला गया है उहने िकस तरह क टेनोलॉजी ईज़ाद क, िकस तरह से हम साइंस एंड टेनोलॉजी िडपाटमट से कोआिडनेट कर सकते ह? कई बार म देखता हं, हो सकता ह ै िक यपू ी, िबहार म भी यह पौलम हो म राजथान से आता हं वहां कोहरा होता ह,ै तो टेन बदं कर दी जाती ह इससे रेलव े को भी नुकसान होता है मेरे याल म करीब 50 से 60 टेन बदं होती ह कोहरा होना तो नेचुरल है या हम कम पीड म टेन को चला सकते ह? [r16] अय देश म कोहरे के बारे म िकस तरह क टेनोलॉजी अपनाई ह?ै मन े साइस एंड टेनोलॉजी िडपाटमट से बात क, तो व े कहते ह िक रेलव े का कोई पपोजल हमारे पास नह आया है या आपस म कोआिडनेशन नह होता ह?ै रेलव े कोई इंिडपडट बॉडी नह ह,ै रेलव े एक सटल गवनमट िडपाटमट ह,ै साइस एंड टेनोलॉजी िडपाटमट से भी उसे बात करनी चािहए इस तरह क जो नई-नई तकनीक अय देश म ईजाद होती ह, उनसे भी बात करनी चािहए या उहने कोहरे पर लगाम लगाई ह ै या कोहरे म भी गािड़यां चलती ह या जो एसीड स होते ह, उन पर भी उहने लगाम लगाई ह,ै इस तरह क जो तकनीक वहां ईजाद हई ह, उन पर िवचार करना चािहए ...(यवधान) सभापित महोदय : मेघवाल जी, आपको याद होगा िक ममता जी ने एंटी-फॉग िडवाइस क घोषणा भी क थी शी अजनु राम मेघवाल : महोदय, आप सही कह रहे ह घोषणा क थी, लेिकन अभी तक उसम कु छ नह हआ ह,ै खाली घोषणा ही है यही म कह रहा हं िक अगर इस सदन म कोई घोषणा हो जाए और उसके बाद इंलीमटेशन न हो, िफर लोग कहते ह िक यायपािलका सिकय हो गयी, मीिडया सिकय हो गया, तो वह सिकय होगा ही जब आप यहां कु छ नह करग े या रेलव े अपने स के अनुसार काम नह करेगा, तो लोग कोट म जाएंगे उनक िडकी होगी, तो पहले हम रेल बजट पास करग े और रेल बजट के बाद सलीमटरी िडमास आएंगी िक रेल के बारे म कोट ने इतनी िडिकयां कर दी, इसिलए हम इन िडिकय क अनुपालना के िलए भी पसै ा िदया जाए आपने सही इंटरवश न िकया यह सबसे बड़ा सदन ह,ै इस देश क सबसे बड़ी पचं ायत ह,ै यहां अगर कोई घोषणा होती ह,ै उसे इंलीमट िकया जाना चािहए लोग कहते ह िक "We the people of India…" यह जो सदन िदख रहा ह,ै वह ह ै "We the people of India…" इसक के िडट रहनी चािहए और इसक के िडट तब रहेगी, जब हम इस सदन म जो घोषणा कर, उसके एक साल के अदं र हम उसक अनुपालना कर द अगर यह सुिनित होगा, तो िनित प से सदन क मयादा भी बढ़ेगी और इसम जो एमपी लोग चुनकर आते ह, उनक भी ेत म इजत बढ़ेगी टेन म चोरी क घटनाओ ं म िपछले कई वष म बहत तेजी से बढ़ोरी हई है ठीक ह,ै चोरी करने वाले भी नए-नए तरीके ईजाद करते ह िक कौन से टेशन पर यादा भीड़ होती ह,ै कब यादा याती उतरते ह, अटचै ी ले जाते ह, मिहलाओ ं का पस ले जाते ह जब बजट पर मिहलाएं बोल रही थ, म सुन रहा था, अिधकतर मिहलाओ ं ने कहा िक हमारी रेल म सुरा कम ह ै और उहने यह कहा िक मिहलाओ ं क सुरा के िलए अितर ज़ाता लगाना चािहए जसै े मिहला सो रही ह,ै पस उसके िसर के नीचे ह,ै लेिकन कोई चोर आया और जदी से ले गया या हम कोई यवथा कर सकते ह? जो जीआरपी ह,ै उसके पास ऐसा िसटम नह ह,ै कौन एफआईआर दज कराने जाए चोरी क घटना होने पर कोई यि गलत िशकायत नह िलखाएगा, या हम ऐसी यवथा कर सकते ह िक चोरी क घटना होने पर अगर एफआईआर दज हो थाने म, रेलव े टेशन के जीआरपी थाने म, तो उसका जो माल गया, जो घटना हई, उसे रोकने का पयास पिु लस करे, लेिकन या उसके साथ ही कोई कं पेनसेशन दे सक ? य जाएगा वह जीआरपी म एफआईआर