The OPJS University, Churu Act, 2013 Keyword(S)
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The OPJS University, Churu Act, 2013 Act 33 of 2013 Keyword(s): OPJS University, Churu, AICTE, CSIR, Distance Education, Fee, Higher Education, Hostel, Student of the University, Study Centre, UGC DISCLAIMER: This document is being furnished to you for your information by PRS Legislative Research (PRS). The contents of this document have been obtained from sources PRS believes to be reliable. These contents have not been independently verified, and PRS makes no representation or warranty as to the accuracy, completeness or correctness. In some cases the Principal Act and/or Amendment Act may not be available. Principal Acts may or may not include subsequent amendments. For authoritative text, please contact the relevant state department concerned or refer to the latest government publication or the gazette notification. Any person using this material should take their own professional and legal advice before acting on any information contained in this document. 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PRS or any persons connected with it shall not be in any way responsible for any loss, damage, or distress to any person on account of any action taken or not taken on the basis of this document. jktLFkku jkt&i= RAJASTHAN GAZETTE fo’ks"kkad Extraordinary lkf/kdkj izdkf’kr Published by Authority Hkknz 25] lkseokj] 'kkds 1935&flrEcj 16] 2013 Bhadra 25, Monday, Saka 1935–September 16, 2013 Hkkx 4 ¼d½ jktLFkku fo/kku eaMy ds vf/kfu;eA fof/k ¼fo/kk;h izk:i.k½ foHkkx ¼xqzi&2½ vf/klwpuk t;iqj] flrEcj 1616]] 2013 la[;k ii---- 2 ¼2 ¼4¼ 4443333½½ fof/k@2@201fof/k@2@2013%3%3%3%&&&&jktLFkku jkT; fo/kku&e.My dk fuEukafdr vf/kfu;e] ftls jkT;iky egksn;k dh vuqefr fnukad 15 flrEcj] 2013 dks izkIr gqbZ] ,rn~}kjk loZlk/kkj.k dh lwpukFkZ izdkf’kr fd;k tkrk gSA ओ.पी.जे.एस. व ववयालय, चू अधनयम, 2013 (2013 का अधनयम संयांक 33) [रायपाल महोदया क अनुमत दनांक 15 सत बर, 2013 को ात हुई] राजथान राय म ओ.पी.जे.एस. व ववयालय, चू क थापना और नगमन के लए और उससे संसत और आनषंगकु वषय के लए उपबंध करने के लए अधनयम। यतः, व व और देश म ान के सभी े म ती वकास के साथ-साथ कदम मलाने को िट म रखते हुए यवाओंु को उनके नकटतम थान पर अधुनातन शैणक सवधाओंु का उपबंध करने के लए राय म वव तरय आधनकु अनसंधानु और अययन सवधाओंु का सजनृ करना आवयक है िजससे उह वव क उदार आथक और सामािजक यवथा म मानव संसाधन से संगत बनाया जा सके; और यतः, ान के े म ती गत और मानव संसाधन क परवतनशील अपेाओं से यह आवयक हो गया है क शैणक अनसंधानु और वकास क ऐसी संसाधनपणू और वरत और उतरदायी णाल सिजतृ क जाये जो एक आवयक वनयामक यवथा के अधीन उयमतापणू उसाह से काय कर सके और ऐसी णाल, उचतर 57¼2½ jktLFkku jkt&i=] flrEcj 16] 2013 Hkkx 4 ¼d½ शा म कायरत पयात संसाधन और अनभवु रखने वाल ाइवेट संथाओं को वववयालय क थापना करने के लए अनातु करने से और ऐसे व ववयालय को ऐसे वनयामक उपबंध से, जो ऐसी संथाओं के कु शल कायकरण को सनिचतु कर, नगमत करने से सिजतृ क जा सकती है; और यतः, ओ.पी.जे.एस. ट, रोहतक (हरयाणा) जो क भारतीय यास अधनयम, 1882 (1882 का अधनयम सं. 2) के अधीन, संयतु उप-रिजार, रोहतक (हरयाणा) के कायालय म रिजेशन सं. 9549, दनांक 3.12.2009 पर रिजकृ त यास है तथा शा के े म लगा हुआ है और शैणक संथाएं चला रहा है; और यतः, उत ओ.पी.जे.एस. ट, रोहतक (हरयाणा) ने राजथान राय म ाम रावतसर कंु जला, तहसील राजगढ़, िजला चू म अनसु चीू 1 म यथा वनदट भौतक और शैणक दोन कार क शैक अवसंरचनाएं थापत कर ल ह और अनसु चीू 2 म वनदट शाखाओं म अनसंधानु और अययन के लए एक व ववयालय म उत अवसंरचना का वनधान करने के लए सहमत हो गया है और इस अधनयम के उपबंध के अनसारु वयास नध क थापना म उपयोिजत कये जाने के लए एक करोड़ पये क रकम भी जमा करा द है; और यतः, उपयुत अवसंरचना क पयातता क जांच राय सरकार वारा इस नमत नयतु समत वारा कर ल गयी है िजसके सदय कु लपत, महाराजा गंगा संह वववयालय, बीकानेर, नदेशक, महावयालय शा राजथान, जयपर,ु संकायाय, वध संकाय, महाराजा गंगा संह व ववयालय, बीकानेर, संकायाय, पशचकसाु वान संकाय, राज थान पशचकसाु और पश ु वान वववयालय, बीकानेर, ाचाय, सरदार पटेल चकसा महावयालय, बीकानेर और ाचाय, राजकय अभयांक महावयालय, बीकानेर थे; और यतः, यद उपयुत अवसंरचना का उपयोजन वववयालय के प म नगमन म कया जाता है और उत ओ.पी.जे.एस. ट, रोहतक (हरयाणा) को वववयालय चलाने के 2 Hkkx 4 ¼d½ jktLFkku jkt&i=] flrEcj 16] 2013 57¼3½ लए अनातु कया जाता है तो इससे राय क जनता के शैणक वकास म योगदान होगा; भारत गणराय के चसठव वष म राजथान राय वधान- मडल ननलखत अधनयम बनाता हैः- 1. संत नाम, सार और ारभ .-(1) इस अधनयम का नाम ओ.पी.जे.एस. वववयालय, चू अधनयम, 2013 है। (2) इसका सार सपणू राजथान राय म है। (3) यह 2 अगत, 2013 को और से वतृ हुआ समझा जायेगा। 2. परभाषाएं.- इस अधनयम म, जब तक क संदभ से अयथा अपेत न हो,- (क) ''अ.भा.त.श.प.'' से अखल भारतीय तकनीक शा परष अधनयम, 1987 (1987 का केय अधनयम सं. 52) के अधीन थापत अखल भारतीय तकनीक शा परष अभेत है; (ख) ''वै.औ.अ.प.'' से केय सरकार क वतपोषण एजेसी- वैानक और औयोगक अनसंधानु परष , नई दल अभेत है; (ग) ''द.श.प.''ू से इंदरा गांधी राय मतु वववयालय अधनयम, 1985 (1985 का केय अधनयम सं. 50) क धारा 28 के अधीन थापत दरथू शा परष अभेत है; (घ) ''दरथू शा'' से संचार अथात ् सारण, टेलकॉिटंग, पाचार पायम, सेमनार, संपक कायम और ऐसी ह कसी अय कायपत के कसी भी दो या अधक साधन के संयोजन वारा द गयी शा अभेत है; ( ङ) ''व.ौ.व.'' से केय सरकार का वान और ौयोगक वभाग अभेत है; (च) ''कमचार'' से व ववयालय म काय करने के लए व ववयालय वारा नयतु कोई यित अभेत है और इसम वववयालय के अयापक, अधकार तथा अय कमचार सिमलत ह; 3 57¼4½ jktLFkku jkt&i=] flrEcj 16] 2013 Hkkx 4 ¼d½ (छ) ''फस'' से वववयालय वारा छा से कया गया संहण, िजसे चाहे कसी भी नाम से जाना जाये, अभेत है, जो तदेय नहं है; (ज) ''सरकार'' से राजथान क राय सरकार अभेत है; (झ) ''उचतर शा'' से 10 +2 तर से ऊपर ान के अययन के लए पायचया या पायम का अययन अभेत है; (ञ) ''छाावास'' से वववयालय या उसके महावयालय, संथाओं या के के छा के लए वववयालय वारा इस प म संधारत या मायताात नवास थान अभेत है; (ट) ''भा.कृ .अ.प.'' से सोसाइट रिजकरण अधनयम, 1860 (1860 का केय अधनयम सं. 21) के अधीन रिजकृ त सोसाइट-भारतीय कृ ष अनसंधानु परष अभेत है; (ठ) ''भा.आ.प.'' से भारतीय आयवानु परष अधनयम, 1956 (1956 का केय अधनयम सं.102) क धारा 3 के अधीन गठत भारतीय आयवानु परष अभेत है; (ड) ''रा.न..प.'' से वववयालय अनदानु आयोग क एक वायत संथा-राय नधारण और यायन परष , बंगलोर अभेत है; (ढ) ''रा.अ.श.प.'' से राय अयापक शा परष अधनयम, 1993 (1993 का केय अधनयम सं. 73) क धारा 3 के अधीन गठत राय अयापक शा परष अभेत है; (ण) ''नवेश बा य के'' से वववयालय वारा मु य नवेश के बाहर थापत उसका, उसक घटक इकाई के प म चालत और संधारत, कोई के अभेत है िजसम वववयालय क परकू सवधाएं,ु संकाय और टाफ हो; (त) ''भा.भे.प.'' से भेषजी अधनयम, 1948 (1948 का केय अधनयम सं.