REPORT OF 3RD PAY REVISION COMMITTEE (FOR CENTRAL PUBLIC SECTOR ENTERPRISES) (Effective from 1st January 2017) jftLVªh laö Mhö ,yö&33004@99 REGD. NO. D. L.-33004/99 vlk/kj.k EXTRAORDINARY Hkkx I—[k.M 1 PART I—Section 1 izkf/dkj ls izdkf'kr PUBLISHED BY AUTHORITY la- 182] ubZ fnYyh] c`gLifrokj] twu 9] 2016@T;s"B 19] 1938 No. 182] NEW DELHI, THURSDAY, JUNE 9, 2016/ JYAISTHA 19, 1938 भारी उोग एव ं लोक उम मं ालय (लोक उम िवभाग ) संकप नई द ली, 9 जून, 2016 स.ं ड य ू - 08 /0005 /2016 -डीपीई (ड य ू सी ).—यह महसूस करते ए क देश तथा वैिक यावसाियक माहौल म के ीय सरकारी लोक उम (सी. पी. एस. ई.) को यावसाियक प से सम एवं ित पध बनना होगा तथा के ीय सरकारी लोक उम के कमचारय को काय करने क उपयु त परिथितय, परलिधय तथा ितलाभ दान कए जाने हगे ताक वे अपने उम म बेहतर िवकास, उ पादकता एवं लाभकारता के दशा म ेरत ह, इसिलए भारत सरकार ने के ीय सरकारी लोक उम के कायपालक के वतमान वेतन ढांचे क समीा करने तथा संशोधन करने का िनणय िलया है। 2.1 सम ािधकारी ने तृतीय वेतन संशोधन सिमित (3सरी पीआरसी) िनयु त करने का िनणय िलया है िजसम िन निलिखत शािमल ह : अ य : यायमूत सतीश चा (सेवािनवृ) सद य : (i) ी जुगल महापाा, पूव आई ए एस अिधकारी (ii) ो. मनोज पाडा, िनदेशक इ टी यूट फार इकोनािमक ोथ, द ली (iii) ी शैले पाल सह, पूव िनदेशक (मानव संसाधन), एन टी पी सी िलिमटेड पदेन सद य : सिचव, लोक उम िवभाग, भारत सरकार सद य सिचव : संयु त सिचव / अपर सिचव, भारत सरकार 2.2 इस सिमित के िनयम एवं शत िन निलिखत ह : 2945 GI/2016 (1) 2 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [P ART I—SEC . 1] 2.2.1 सिमित के ीय सरकारी लोक उम म िन निलिखत ेिणय को वतमान म दए जाने वाले वेतन, परलिधय, ितलाभ तथा अ य लाभ (गैर िवीय लाभ सिहत) को यान म रखते ए वेतनमान, भ, अनुलिधय तथा अ य लाभ के ढांचे क समीा करेगी तथा इनम परवततन का सुझाव देगी जो वांछनीय, यवहारक एवं वहनीय ह : (i) िनदेशक मडल (बोड) तर के पदािधकारी (ii) िनदेशक मडल तर के नीचे के कायपालक (iii) असंघब पयवेक तर के कमचारी 2.2.2 सिमित ऐसी िसफारश करेगी िजससे के ीय सरकारी लोक उम आधुिनक, यावसाियक, उपभो ता अनुकूल, यावसाियक प से सफल एवं ित पध सं थान बन सक जो रा ीय िवकास के ल य के ित वचनब एवं जन सेवा के ित समपत ह। 2.2.3 सिमित के ीय सरकारी लोक उम के उपयु त पैरा 2.2.1 म उिलिखत कमचारय के ेिणय के िलए यापक वेतन पैकेज तैयार करेगी जो के ीय सरकारी लोक उम म ढांच, णािलय तथा या को युिसंगत बनाकर के ीय सरकारी लोक उम क िवकास, उ पादकता एवं लाभकारता मता से जुड़ी ह िजसम इन संगठन के चालन एवं या म जवाबदेही, उरदािय व, अनुशासन एवं पारदशता सुिनित करते ए नवीनतम ौोिगक, बंधन कौशल, िव व तर क सवम या का समावेश कया गया हो। 2.2.4 के ीय सरकारी लोक उम के कायपालक एवं असंघब पयवेक के िलए उपयु त वेतन एवं ितपूत ढांचे क क पना करते ए सिमित औोिगक महंगाई भा (आई डी ए) एवं के ीय महंगाई भा (सी डी ए) पैटन पर आधारत वतमान वेतनमान के पैटन, जहां लागू ह, के ीय सरकारी लोक उम के 'क', 'ख', 'ग' एवं 'घ' ेणी के वतमान वगकरण, के ीय सरकारी लोक उम को दए गए महार न, नवर न, िमनीर न दज, घाटे/आंिशक लाभ म चल रहे के ीय सरकारी लोक उम क सम िथित तथा उन केीय सरकारी लोक उम जो अपने यवसाय क िवशेष कृित के कारण लाभकारी क पिनयां नही ह (क पनी अिधिनयम, 1956 क धारा 25, या क पनी अिधिनयम, 2013 क धारा 8 के अ तगत पंजीकृत ह), जैसे मु को यान म रखेगी। 2.2.5 सिमित ऐसी िसफारश करेगी िजससे के ीय सरकारी लोक उम, लोक उम क वेशेष भूिमका, सरकार सिहत टेक हो डर क मांग एवं आशा, संसाधन क कमी के कारण के ीय सरकारी लोक उम के बंधन म िववेकपूण िवीय उपाय करने क जरत, आथक िपरिथितय तथा देश म सामािजक एवं आथक िवकास क जरत को देखते ए उभरते घरेलू एवं वैिक आथक परदृ य का सामना कर सक। 2.2.6 सिमित सामा य िसा त, िवीय पैरामीटर तथा शत सिहत के ीय सरकारी लोक उम के योजन क जांच करेगी जो उ पाद ता से जुड़े ितलाभ कम एवं काय-िन पादन से जुड़े वेतन के अपेा, यवहार ता तथा िनर तरता/सुधार से िनयंित हो। 2.2.7 अपनी रपोट तैयार करते समय सिमित 7व के ीय वेतन आयोग क रपोट को भी यान म रखेगी। 3. सिमित अपनी वयं क काय-णाली तैयार करेगी जो इसे सपे गए काय को पूरा करने के िलए आव यक समझी जाए। भारत सरकार के मंालय एवं िवभाग तथा रा य सरकार सिमित के ऐसी संगत सूचना तथा द तावेज तुत करगे जो सिमित ारा मांगे जांएगे तथा जो उसे देने क िथित म हो या देना उनके अिधकार म हो तथा वे सिमित को आव यक सहयोग एवं सहायता दगे। 4. सिमित सरकार को अपनी िसफारश इसके गठन क ितिथ से छह माह के भेीतर देगी तथा इसका मुयालय दली म होगा। 5. सिमित क िसफारश पर सरकार का िनणय दनांक 01.01.2017 से भावी होगा। 6. सिमित को सेवाएं लोक उम िवभाग ारा दान क जाएंगी। राजेश कुमार चौधरी, संयु त सिचव ¹Hkkx Iµ[k.M 1º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 3 MINISTRY OF HEAVY INDUSTRIES AND PUBLIC ENTERPRISES (Department of Public Enterprises) RESOLUTION New Delhi, the 9th June, 2016 No. W-08/0005/2016-DPE (WC). —Recognizing that in the prevailing business environment in the country and in the world, the Central Public Sector Enterprises (CPSEs) have to be commercially viable and competitive, and that the employees of the CPSEs have to be provided with suitable working conditions, emoluments and incentives to motivate them to strive for further growth, productivity and profitability of their enterprises, the Government of India has decided to review and revise the existing structure of salary and emoluments of the CPSE executives. 2.1 The competent authority has decided to appoint the 3rd Pay Revision Committee (3rd PRC) comprising of the following: Chairman : Justice Satish Chandra (Retd) Members : (i) Shri Jugal Mohapatra, Ex-IAS Officer (ii) Prof. Manoj Panda, Director, Institute for Economic Growth, Delhi (iii) Shri Shailendra Pal Singh, Ex Director (HR), NTPC Ltd. Ex-Officio Member : Secretary, DPE, Government of India Member Secretary : Jt. Secretary/Additional Secretary, DPE, Government of India 2.2 The terms of reference of the Committee are follows: 2.2.1 The Committee will review the structure of pay scales, allowances, perquisites, and other benefits for the following categories in CPSE taking into account the salary, emoluments, incentives and other benefits (including non-monetary benefits) available to them and suggest changes which may be desirable, feasible and affordable: (i) Board level functionaries (ii) Below board level executives (iii) Non-unionized supervisory staff 2.2.2 The Committee will make recommendations to enable CPSEs to become modern, professional, consumer friendly, commercially successful and competitive entities committed to national development goals and dedicated to the service of the people. 2.2.3 The Committee will devise a comprehensive pay package for categories of employees of CPSEs mentioned at sub-para 2.2.1 above that is suitably linked to promoting efficiency, productivity and profitability of CPSEs through rationalization of structures, systems and processes in the CPSEs with a view to leverage latest technology, management skills, global best practices, while ensuring accountability, responsibility, discipline and transparency in the operations and processes of these organizations.
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