1 All India Congress Committee 24, Akbar Road
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ALL INDIA CONGRESS COMMITTEE 24, AKBAR ROAD, NEW DELHI COMMUNICATION DEPARTMENT Highlights of the Press Briefing December 21, 2017 Shri Anand Sharma, MP, former Union Minister, Deputy Leader in Rajya Sabha and Shri Vivek Tankha, MP addressed the media at Parliament House. श्री आनंद शर्मा ने पत्रकमर ं क संब धित करते ए कहम धक संसद के शीतकमलीन सत्र र्ᴂ व्यविमन है। हर्मरी अपेक्षम थी स र्वमर के धदन और उसके बमद संसद र्ᴂ, द न ं सदन ं र्ᴂ ज गधतर ि रहम, रमज्यसभम र्ᴂ चेयरर्ैन, उप-रमष्ट्र पधत र्मननीय वᴂकैयम नमयडू जी के कहने पर सरकमर की और धवपक्ष की बमतचीत ई और सदन चलम। प्रश्नकमल भी चलम, शून्यकमल भी चलम और द धबल भी पमस ए। इस उम्मीद के समथ धक, सरकमर गंभीर है गधतर ि दूर करने के धलए और प्रिमनर्ंत्री स्थथधत की गंभीरतम क सर्झते ए अपनम रमजहठ छ 蔼 दᴂगे। 啍 ंधक धवषय संवैिमधनक पद ं पर आधसन व्यस्िय ं कम है, वतार्मन प्रिमनर्ंत्री र्मननीय श्री नरेन्द्र र् दी जी कम बयमन, त जमधहर है केवल चुनमव र्ᴂ, गुजरमत र्ᴂ ल ग ं क गुर्रमह करनम, गफलत र्ᴂ 蔼मलनम और उसकम भुगतमन करनम व टर ं क पमकर, इरमदम त वही थम। पर उसर्ᴂ उꅍ ंने एक लक्ष्मण रेखम पमर की। पूवा प्रिमनर्ंत्री डॉ. र्नर् हन धसंह जी, ज 10 समल तक देश के प्रिमनर्ंत्री रहे, उनकी धवश्वसधनयतम और देश के प्रधत प्रधतबद्धतम पर सवमल उठमयम। ये गंभीर बमत है धक, 啍म पूवा प्रिमनर्ंत्री और देश के पूवा उप-रमष्ट्र पधत, ज 10 समल तक उप-रमष्ट्र पधत थे, व ऐसी क ई बमत कर सकते हℂ, क ई ऐसम ष蔼यंत्र, एक ऐसे देश के समथ धर्लकर धजसके समथ हर्मरे संबंि ठीक नहीं है, पमधकस्तमन के समथ। उसके समथ-समथ भमरत की थलसेनम के ज र्ुस्खयम रहे, ब蔼े वररष्ठ भमरतीय रमजदूत रहे, हमई कधर्शनर रहे, आपक र्मलूर् है, र्ℂ उनके नमर् द हरमनम नहीं चमहतम। दुभमाग्य की बमत है धक धवपक्ष क धनरमशम धर्ली। प्रिमनर्ंत्री जी तैयमर नहीं, ऐसम हर्क बतमयम गयम धक व इस गधतर ि क दूर करᴂ। धवपक्ष ने सरकमर से ये कहम धक, प्रिमनर्ंत्री अपने चयन के धदन पर आएं , आज बृहस्पधतवमर कम धदन है, आज प्रिमनर्ंत्री जी कम धनिमाररत धदन ह तम है, रमज्यसभम र्ᴂ। 啍 ंधक डॉ. र्नर् हन धसंह जी रमज्यसभम के सदस्य भी हℂ, इसधलए व सदन र्ᴂ आकर स्पष्ट्ीकरण कर दᴂ धक, उनकम 啍म आक्षेप है और 啍म उनके पमस सूचनम है, धजसके आिमर पर उꅍ ंने ये कहम और इसकम सर्मपन ह नम चमधहए तमधक बमधक कमयⴂ पर चचमा ह ? धवपक्ष के पमस बत धवषय ऐसे हℂ, ज हर्क उठमने हℂ, इस सत्र के अंदर। खमसतौर पर रमफेल जेट के घ टमले कम है, समथ ही ज समवाजधनक संज्ञमन र्ᴂ है, बीजेपी के रमष्ट्र ीय अध्यक्ष अधर्त शमह जी के पुत्र के धवषय र्ᴂ ज प्रश्न है, धकसमन ं से जु蔼ी सर्स्यमएँ और देश र्ᴂ ज ब蔼म नुकसमन हर्मरी अथाव्यवथथम क आ है, ये धवषय हर् सर्झते हℂ धक चचमा के धलए अधनवमया हℂ। 1 लगतम है धक सरकमर नहीं चमहती इन धवषय ं पर चचमा ह । इसधलए प्रिमनर्ंत्री जी इस ज सर्स्यम है, गधतर ि है, उसकम सर्मिमन ढूंढने के धलए, उनकी क ई इच्छम नहीं है। ये ऐसी पेधचदम बमत नहीं है, धजसकम सर्मिमन नम ह , नम ही इसर्ᴂ अहर् की बमत ह नी चमधहए। देश के प्रिमनर्ंत्री कम कताव्य बनतम है धक, ज भी शंकमएं उभरी हℂ, उसकम धनवमरण करᴂ। अब चुनमव ह चुकम है, इसधलए अब फमयदे-नुकसमन की बमत नहीं रही। हर् अभी भी यही अपील करते हℂ सरकमर से और प्रिमनर्ंत्री जी से आग्रह करते हℂ धक, संसदीय प्रजमतंत्र के धहत क देखते ए भमरत के संवैिमधनक परंपरमओं कम सम्ममन करते ए, व सदन के अंदर आएं , तमधक बमद र्ᴂ सदन सुचम셁 셁प से चले। धवपक्ष की क ई इच्छम नहीं है धक, संसद नम चले। धवपक्ष चमहतम है धक संसद चले। 啍 ंधक यही एक र्ंच बचम है धवपक्ष के पमस, जहमँ हर् अपनी बमत कह सकते हℂ और आपके र्मध्यर् से देश तक अपनी बमत पंचम सकते हℂ। हर्मरी तरफ से ये प्रयमस रहेगम धक ज भी रमयशुर्मरी से इसर्ᴂ सहर्धत बने, ज स्वीकमया ह पूवा प्रिमनर्ंत्री डॉ. र्नर् हन धसंह जी क भी, भमरतीय रमष्ट्र ीय कमंग्रेस के समथ सर्ूचे धवपक्ष क , व ह नम चमधहए। Shri Sharma said, as I have said, that the stalemate continues primarily because of the attitude of the Government and obduracy of the Prime Minister who refuses to register the seriousness of the situation resulting from his baseless and unwarranted aspersions and remarks for electoral gains on the former Prime Minister of India Dr. Manmohan Singh and former Vice President Dr. Hamid Ansari, who had occupied high Constitutional office for ten years. As a present incumbent of the Constitutional Office, it is for the Prime Minister, his duty to restore the dignity of the Office of the Institution of the Prime Minister. Whatever may be said in politics, never before a Prime Minister has cast any finger of suspicion or pointed a finger of suspicion about the commitment to the country of former Prime Ministers or former Vice President of for that matter also the Chief of the Indian Army and other distinguished Indians. It is in the national interest, in the interest of parliamentary democracy that this deadlock is brought to an end as I have said in Hindi, I would not repeat all in detail that there have been talks between the Government and the Opposition that is why the House functioned smoothly on Tuesday and Business was transacted but it has been made clear to us until it is reversed that the Prime Minister is not willing even to say anything about the matter, let alone take back what he has said, nor is he willing to face the Opposition in the House. Today being the appointed day for the Prime Minister in the Rajya Sabha, we were waiting eagerly that he will come and resolve this matter but he has deeply disappointed us and the entire House by refusing to come. Perhaps, the Government wants the situation to continue so that issues that are of critical concern to the people of India are not taken up and also the acts of commission and omission and wrong decisions of Prime Minister and his Government are not exposed on the Floor of the House including the scam of Rafale Jet deal which we have been saying outside the Parliament, which we wish to discuss and place all facts on the Table of the House. The other matters with regard to the economy, the job 2 losses and the fact that Indian economy has suffered huge losses because of two wreckless decisions of the Prime Minister. Today, there is another matter which has come up and surely the Government does not want to face the Opposition and the Prime Minister too i.e. the verdict on the 2-G case. Let me take you back to the years when there was a vicious and malicious campaign targeting the then Congress-led UPA Government also besmirching the image of the then Prime Minister, the Government by claiming a big loot, a big scam and a huge loss to the country. That was the presumptive loss of Rs. 1,76,000 crores. It is very interesting that those who had some contribution in giving credibility and life to this BJP-led campaign, both are beneficiaries along with the Principal beneficiary. Principal beneficiary is Shri Narendra Modi …. श्री नरेन्द्र र् दी देश के प्रिमनर्ंत्री बन गए, यूपीए सरकमर की, कमंग्रेस की छधव खरमब करके। ल ग ं क गुर्रमह धकयम, बत ल ग र्मन गए धक बत ब蔼म घ टमलम आ है। आज भी धवत्त र्ंत्री ने वही दशमाने की क धशश की, र्ℂ उस पर ज셁र आऊँगम और धजꅍ ंने ये धलखम थम presumptive loss कम, व आज भमरत के बℂक के सुपर ब स हℂ, चेयरर्ैन हℂ, समरे बℂक के चेरयर्ैन, एर्डी वही लगमते हℂ, श्रीर्मन धवन द रमय। पहले धकसी CAG (Comptroller and Auditor General) क इतनी ब蔼ी जगह नहीं दी गई, पर उꅍ ंने इतनम ब蔼म कमर् धकयम थम, त इतनी ब蔼ी जगह धर्ली और भमरत के ज सबसे rich खेल ं की संथथम है, Board of Cricket Control of India उसके चेयरर्ैन Administrative Committee के। त जमधहर है उनके य गदमन की र्मननीय नरेन्द्र र् दी जी ने पूणा 셁प से पहचमन की है, य ग्यतम की नहीं, य गदमन की। दूसरम, स्मरण करनम ज셁री है धक, केवल सरकमर नहीं जब नीधत बनती है त यहमँ ज संथथमएँ हℂ, उनकी भी कुछ भूधर्कम रहती है। He further said in this particular case, the Telecom Regulatory Authority of India (TRAI) had endorsed and recommended this policy because public good and common good is not necessarily as Shri Vivek Tankha will elaborate served only by following a particular route. Sometimes the common good is more important than the commercialization of the State’s resources. At that time, perhaps, that was the guiding principle. The Chairman of TRAI at that time was the present Principal Secretary of the Prime Minister Shri Nripendra Mishra and let us not forget that the first Ordinance, first action, first decision in 2014 of Prime Minister Modi’s Government was to bring an Ordinance to amend the TRAI Act so that he could appoint Shri Nripendra Mishra as the Principal Secretary to Prime Minister.