Uncorrected – Not for Publication LSS-D-I
LOK SABHA DEBATES
(Part I -- Proceedings with Questions and Answers)
Thursday, July 04, 2019/ Ashadha 13, 1941 (Saka)
LOK SABHA DEBATES
PART I – QUESTIONS AND ANSWERS Thursday, July 04, 2019/ Ashadha 13, 1941 (Saka)
CONTENTS PAGES
….. 1
ORAL ANSWERS TO STARRED QUESTIONS 1A-11 (S.Q. NO. 181-187 & 192) 13-31
OBSERVATION RE: DISCUSSION ON WATER CONSERVATION 12
WRITTEN ANSWERS TO STARRED QUESTIONS 32-43 (S.Q. NO. 188-191 & 193-200)
WRITTEN ANSWERS TO UNSTARRED QUESTIONS 44-273 (U.S.Q. NO. 2032-2261)
Uncorrected – Not for Publication LSS-D-II
LOK SABHA DEBATES
(Part II - Proceedings other than Questions and Answers)
Thursday, July 4, 2019 / Ashadha 13, 1941 (Saka)
LOK SABHA DEBATES PART II –PROCEEDINGS OTHER THAN QUESTIONS AND ANSWERS Thursday, July 4, 2019 / Ashadha 13, 1941 (Saka)
C ON T E N T S P A G E S
RE: QUESTION OF PRIVILEGE 274
RE: MOTION UNDER RULE 352 (4) 275
RULING RE: NOTICES OF ADJOURNMENT MOTION 276
PAPERS LAID ON THE TABLE 277-81B
MESSAGES FROM RAJYA SABHA 282
STATEMENT RE: MEDIUM OF EXAMINATION FOR DIRECT 283-84 RECRUITMENT IN REGIONAL RURAL BANKS Shrimati Nirmala Sitharaman
MOTION RE: 2ND REPORT OF BUSINESS ADVISORY 285 COMMITTEE
SPECIAL MENTIONS 286-326 & 328-29
NOMINATION TO PANEL OF CHAIRPERSONS 327
MATTERS UNDER RULE 377 – LAID 330-349 Shri Dilip Saikia 331 Shri Rajendra Agrawal 332 Shrimati Rama Devi 333 Dr. Sanjay Jaiswal 334 Shri Sunil Kumar Singh 335 Shri Gopal Shetty 336 Shri Vishnu Dayal Ram 337 Shri Janardan Mishra 338 Shri Bhanu Pratap Singh Verma 339 Shri Tirath Singh Rawat 340 Shri Sushil Kumar Singh 340-A Shri Ramdas C. Tadas 341 Dr. Manoj Rajoria 342 Shri Parvesh Sahib Singh Verma 343 Shri Harish Dwivedi 344 Dr. Shashi Tharoor 345 Shri Anto Antony 346 Shri Hibi Eden 347 Shri A.K.P. Chinraj 347A Shri Prataprao Jadhav 347B Shri Kaushalendra Kumar 348 Shri N.K. Premachandran 349
STATUTORY RESOLUTION RE: DISAPPROVAL OF 350-496 AADHAR AND OTHER LAWS (AMENDMENT) ORDINANCE AND AADHAR AND OTHR LAWS (AMENDMENT) BILL Motion for Consideration 350 Shri Adhir Ranjan Chowdhury 350 & 354-59 471-72 Shri Ravi Shankar Prasad 350-53 & 459-470 Shri P.P. Chaudhary 360-67 @Shri D. Ravikumar 368 Smt. Mahua Moitra 369-75 Shri Sridhar Kotagiri 376-83 Pinaki Mishra 384-90 Shri Ritesh Pandey 391-94 Shri Ajay Kumar 395-99 Smt. Supriya Sadanant Sule 400-04 Shri P.K. Kunhalikutty 405-07 Shri Manoj Tiwari 408-10 Shri Kaushlanedra Kumar 411-12 Shri P.R. Natarajan 413-14 Smt. Anupriya Patel 415-17 Shri Sanjaykaka Patil 418-20 Shri Manish Tewari 421-28 Dr. Shrikant Eknath Shinde 429-31 # Shri M. Selvaraj 432 Shri P. Raveendranath Kumar 433-35 Shri Asaduddin Owaisi 436-39 Shri Ram Mohan Naidu Kinjarapu 440-43 Shri Ramesh Bidhuri 444-46 Shri N.K. Premachandran 447-52
@ For English translation of the speech made by the hon. Member, Shri D. Ravikumar in Tamil, please see the Supplement (PP 368A to 368D).
# For English translation of the speech made by the hon. Member, Shri M. Selvaraj in Tamil, please see the Supplement (PP 432 to 432C).
Hanuman Beniwal 453-55 $Shri Thol Thirumaavalavan 456 %Shri Girish Bhalachandra Bapat 457 … 458 … 472-74 Motion for Consideration – Adopted 475 Consideration of Clauses 475-495 Motion to Pass 496
XXXXX
$ For English translation of the speech made by the hon. Member, Shri Thol Thirumaavalavan in Tamil, please see the Supplement (PP 456 to 456C).
% For English translation of the speech made by the hon. Member, Shri Girish Bhalachandra Bapat in Marathi, please see the Supplement (PP 457 to 457D).
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PART II –PROCEEDINGS OTHER THAN QUESTIONS AND ANSWERS Thursday, July 4, 2019 / Ashadha 13, 1941 (Saka)
S U P P L E M E N T CONTENTS PAGES
XXX XXX XXX XXX
Xxx xxx xxx xxx Xxx xxx xxx xxx xxx xxx xxx xxx
STATUTORY RESOLUTION RE: DISAPPROVAL OF 368A-68D AADHAR AND OTHER LAWS (AMENDMENT) ORDINANCE 432A-32C AND 456A-57C AADHAR AND OTHR LAWS (AMENDMENT) BILL xxx xxx xxx xxx
Shri D. Ravikumar 368A-68D xxx xxx xxx xxx
Shri M. Selvaraj 432A-32C xxx xxx xxx xxx
Shri Thol Thirumaavalavan 456A-56C Shri Girish Bhalachandra Bapat 457A-57C xxx xxx xxx xxx
XXXXX
04.07.2019 Sh/Rjn Uncorrected / Not for Publication 1
(1100/SK/UB) 1101 hours (Hon. Speaker in the Chair) …( यवधान) माननीय अ य : 181। ी रामचरण बोहरा। …( यवधान) SHRI T. R. BAALU (SRIPERUMBUDUR): I have given the notice of adjournment motion. Kindly allow us…(Interruptions). We want a word from you, that is all…(Interruptions). Sir, adjournment motion should be taken up first…(Interruptions). माननीय अ य : आपसे बात हो गई है। आप बैठ जाइए। …( यवधान) माननीय अ य : म आपको काल के बाद यव था द े रहा ह ।ं …( यवधान) SHRI ADHIR RANJAN CHOWDHURY (BAHARAMPUR): Sir, only Baalu ji should be allowed…(Interruptions). माननीय अ य : म आपको काल के बाद यव था द े रहा ह ।ं बालू जी, आपको बोलने का मौका िमलेगा। …( यवधान) SHRI DAYANIDHI MARAN (CHENNAI CENTRAL): Sir, we have done as you asked us to do…(Interruptions). Now, the leaders should be allowed to raise the issue…(Interruptions). Please allow the adjournment motion to be discussed…(Interruptions) HON. SPEAKER: I will allow you after Question Hour. … (Interruptions) 04.07.2019 Sh/Rjn Uncorrected / Not for Publication 2
( 181) ी राम चरण बोहरा (जयपुर): माननीय अ य जी, आपने मुझ े बोलने का अवसर िदया, इसके िलए म आपको बह त ध यवाद ािपत करता ह ।ं माननीय म ं ी जी न े बायोगैस सयं ं पर िडटेल स े उ र िदया है। म आपके मा यम स े म ं ी जी स े पूछना चाहता ह ।ं …( यवधान) माननीय धानम ं ी जी न े िवगत 16व लोकसभा म 8 करोड़ मिहलाओ ंको……( यवधान) माननीय अ य : आप िपन वाइंट वै न पूिछए। …( यवधान) ी राम चरण बोहरा (जयपुर): म पूछ रहा ह ।ं 8 करोड़ मिहलाओ ंको गैस चू ह े और िसल डर देने का काम िकया ह,ै इसके िलए म माननीय धान म ं ी जी को ध यवाद देना चाहता ह ।ं इस अवसर पर म आपके मा यम स े माननीय म ं ी जी स े कहना चाहता ह ,ं आपने िडटेलवाइज़ पूरा यौरा िदया ह,ै लेिकन इसम मा 1600 पये क सि सडी देने का काम िकया है। दूरदराज ए रया म गैस िसल डर नह पह चं पाते ह , इससे मिहलाओ ं को खाना बनाने म िद कत आती ह ै और लकड़ी काटने स े पया वरण म िद कत रहती है। बायो गैस सयं ं लगने स े चार चीज का इज़ाफा होता ह-ै रसोई म खाना बनान े के िलए…( यवधान) माननीय अ य : माननीय म ं ी जी आप जवाब द । माननीय सद य आप के वल पूछ । आप िपन टू वाइंट वै न पूिछए, भाषण मत दीिजए। …( यवधान) ी आर. के . िसहं : माननीय अ य : सि सडी िसफ 1600 पये नह ह,ै सि सडी 7,500 पये ह,ै इसके अलावा इ ं टालेशन 2500 पये ह,ै दस हजार पए हो जाते ह । यह सामा य े के िलए है। नाथ -ई टन रीज स म सि सडी और अिधक है। सामा य े म सि सडी क मा ा आती ह,ै वह करीब 41 ितशत आती ह।ै
04.07.2019 Sh/Rjn Uncorrected / Not for Publication 3
(1105/MK/RBN) नाम ल े म जो बायोगैस सयं लगता ह,ै उसको लगाने म करीब 19 हजार 800 पये का मू य आता ह ै और हम करीब 10 हजार पये सि सडी द े रह े ह । ी रामचरण बोहरा (जयपुर): माननीय अ य महोदय, म आपके मा यम स े म ं ी जी स े आ ह करना चाह गं ा िक यिद बायोगैस सयं ं दूर-दराज इलाके म लग गे तो इसस े तीन-चार चीज का लाभ होगा। रसोई म मिहलाओ ंको, माताओ ंको खाना बनान े म आसानी होगी। जो यू रया और फिट लाइजर िकसान खेत म देते ह , उसस े भूिम क उव रा शि कम होती ह,ै लेिकन इससे खाद भी बनता ह,ै भूिम क उव रा शि बढ़ेगी, फसल भी अ छी होगी और फसल के पैदावार क अ छी क मत भी िमलेगी तथा इससे रोशनी भी िमलेगी। म माननीय म ं ी महोदय स े आ ह करना चाह गं ा िक माननीय धान म ं ी जी न े जो वष 2022 तक िकसान क आय को डबल करन े का िनण य िलया ह,ै यिद सयं ं को और दूर-दराज े म लगाएगं े तो इसस े िकसान को लाभ िमलेगा, रोशनी िमलेगी और अगर िकसान कल टर बनाकर बायोगैस सयं ं लगाते ह , तो इसस े उनको इनकम भी होगी। यिद इसस े यवु ाओ ंको जोड़ा जाता ह ै तो यवु ाओ ंको भी लाभ िमलेगा। ी आर. के . िसहं : माननीय अ य महोदय, माननीय सद य न े िब कु ल सही बात कही है। बायोगैस सयं ं ामीण े म िकसान के िलए और ामीण इलाक के िलए एक बह त ही अ छी योजना है। हम लोग न े इसके िलए इस साल 100 करोड़ पये का ावधान रखा ह ै और इस बार हमारी 76 हजार बायोगैस सयं ं लगाने क योजना है। अगर गित अ छी रही तो हम लोग इसको आगे बढ़ाएगं े। िपछले पांच वष म हम लोग न े 2 लाख 84 हजार 765 बायोगैस सयं ं लगाए ह । हम गित करना चाहते ह और हम करग े। (इित) माननीय अ य : माननीय सद य 182 और 187 एक ही नेचर के ह , अगर सभा क इजाजत हो तो इनको लब िकया जा सकता है। अनेक माननीय सद य: जी हां। 04.07.2019 Sh/Rjn Uncorrected / Not for Publication 4
( 182, 187 एव ं 192) ी अजय कु मार (खीरी):माननीय अ य जी, हमार े देश म इस समय जल सरं ण क बह त चचा हो रही है। पया जल क उपल धता रहते ह ए भी सकं ट स े पूव समाधान क नीित के अनसु ार माननीय धान म ं ी जी व जल शि म ं ी जी ारा जल सरं ण हेतु िकए जा रहे यास व जन जाग कता के काय म क म शंसा करता ह ।ं म आपके मा यम स े माननीय म ं ी जी स े यह जानना चाहता ह ं िक एक अ ययन के अनसु ार यह जानकारी आई ह ै िक हमार े देश म वषा का जल पया मा ा म उपल ध है। चार हजार अरब घन मीटर वषा ितवष हमार े देश म होती ह,ै लेिकन उसम स े दो हजार नौ सौ अरब घन मीटर वषा के जल के सरं ण क उिचत यव था या ऐसे थान पर वषा होने के कारण यथ चला जाता ह,ै जहा ं पर सरं ण करन े क हमारी मता या वहा ं पर सभं ावनाए ं नह ह । क ीय भू-गभ जल बोड न े रचाज के मा यम स े लगभग दो हजार अरब घन मीटर पानी सीधे भूगभ य जलाशय म डालकर रचाज व सरं ण क सभं ावना जताई है। म आपके मा यम स े माननीय म ं ी जी स े यह जानना चाहता ह ं िक या सरकार इस योजना पर कोई काम कर रही ह?ै ी गजे िसहं शेखावत: माननीय अ य महोदय, सबस े पहल े म माननीय सद य का ध यवाद करना चाहता ह ं िक देश के धान म ं ी जी और जल शि म ं ालय न े इस िदशा म जो इनीिशएिटव िलया ह,ै उसक इ ह न े सराहना क है। यह िब कु ल स य ह ै िक चार हजार िबिलयन यूिबक मीटर पानी हर साल हम बरसात स े िमलता है। दिु नया के दूसर े ऐसे बह त सार े देश ह जहा ं इसस े बह त कम पानी बरसात या बफ बारी स े आने के बावजूद भी उ ह न े अपने यहां वाटर बैल स को बनाकर रखा है। माननीय सद य का यह भी कहना सही ह ै िक िजतना पानी बरसता ह ै उसके कै प े रजन हमारी टोरेज कै पेिसटी, चाहे वह सफ स वाटर पर टोरेज करन े क बात हो या जो टोटल र लैिनशम ट ऑफ ाउंड वाटर होता ह,ै वह क पेरेिटवली बह त कम है। देश के जल शि म ं ालय के अधीन काम करन े वाले क ीय भूजल स ं थान न े पूर े देश का ए वीफर मैिपगं इस ि कोण से करन े का काम हाथ म िलया है। माननीय धान म ं ी जी न े देश के सार े सरपचं को प िलखा ह ै िक हम घर का पानी घर 04.07.2019 Sh/Rjn Uncorrected / Not for Publication 5
म , गांव का पानी गांव म और खेत का पानी खेत म रोकन े के िलए यास कर। इसे एक जन आंदोलन बनान े क आव यकता जताई है। िनि त प स े यिद यह जन आदं ोलन बनता ह ै तो हम भारत को जो कृ ित स े द जल हमार े पास ह,ै उसके आधार पर जल के ि कोण स े सरु ि त बना सकते ह । (1110/YSH/KMR) अजय कु मार(खीरी): माननीय अ य जी, जैसी मेरी जानकारी ह,ै देश म 85 ितशत पानी का उपयोग कृ िष म होता ह,ै पर तु जाग कता के अभाव म इले ीिसटी स लाई चालू रहने तक लोग बोरवेल को बदं नह करते और नहर के पानी का भी ज रत स े यादा योग करते ह । म आपके मा यम स े माननीय म ं ी जी स े यह जानना चाहता ह ँ िक या जल सरं ण क ि स े देश के उन े म जहा ं भूगभ य जल तर म भारी िगरावट आ रही ह,ै कु छ िवशेष फसल पर ितबंध लगाने पर िवचार करग े? ी गजे िसहं शेखावत: माननीय अ य महोदय, देश के कु ल जल संसाधन के उपभोग का 85 ितशत लगभग कृ िष े म उपयोग होता है। यह िब कु ल त या मक ह ै िक हमार े देश क वॉटर ॉडि टिवटी पूरी दिु नया के प र े य म सबस े कम क ंखृ ला म है। म न े रा यसभा म इस पर चचा के उ र म भी यह कहा था िक हमार े देश म चावल का उ पादन करन े म िजतना जल का उपयोग होता ह,ै उसस े लगभग आठव िह स े पानी म दिु नया के अ य देश म चावल का उ पादन हो रहा है। िनि त प स े यह स य ह ै िक इलैि िसटी होने के कारण जल का िसचं ाई म अनाव यक द ु पयोग होता है। हम जल सरं ण क जहा ं कह भी चचा करते ह , वहा ं के वल डोमेि टक पप ज, के िलए जो घरेलू जल का उपयोग होता ह,ै उसको बचान े क बात करते ह , लेिकन जो सबस े बड़ा उपभो ा ए ीक चर ह,ै उसके बार े म क परेिटवली कम यान द े पा रहे ह । म सदन के और देश के स ं ान म लाने के िलए आपके मा यम स े कहता ह ,ँ म मानता ह ँ िक यिद िकसी देश िवशेष न े अ छा काम िकया ह ै तो वह इस सदन के मा यम स े देश भर म जाना चािहए। ह रयाणा सरकार न े ॉप डाइविस िफके शन के िलए एक नीित बनाई ह ै और उ ह न े चावल क िजसम सबस े यादा वॉटर 04.07.2019 Sh/Rjn Uncorrected / Not for Publication 6
इंटेनिसटी कं ज शन होता ह,ै उसक जगह अगर िकसान म का उगाता ह,ै तो उसको 2000 पये ित ह े टेयर एकड़ क सि सडी देने का िन य िकया है। उसके अित र यह ए योर िकया ह ै िक जो ए योड ो योरम ट ह,ै वह िकसी फसल िवशेष को उगान े के िलए अ य त उ रदायी है। कोई म का क फसल अगर उगाएगा तो उसको 100 परस ट ो योरम ट भी देश क सरकार करगे ी। इसी तरह स े ग ना जो दूसरा सबस े यादा पानी का उपभोग करन े वाली ॉप ह,ै वह ि प के मा यम स े ही उगाई जाए इस तरह का इिनिशयेिटव महारा सरकार न े िलया है। यह कृ िष रा य का िवषय है। सार े रा य िमलकर इस िदशा म काम करग े तो िनि त प स े जल सरु ा हम अपन े देश को द े सकते ह । अ य महोदय: जल शि म ं ालय पर यह लंबी िडबेट है। इसिलए म माननीय म ं ी जी स े आ ह क ं गा िक जो वे न ह ै उसका ही जवाब द े द , िफर आपको बोलने का पूरा मौका िमलेगा। ी कृ पाल बालाजी तुमाने (रामटेक)-उपि थत नह । ी सजं य ह रभाऊ जाधव (परभणी)- उपि थत नह । माननीय अ य : डॉ. सधु ीर ग ु ा जी क आ ा हो तो हम 192 भी लब कर द ? ी सुधीर ग ु ा (म दसौर): माननीय सभापित महोदय, आपने देश के वलंत म ु े, िजन पर धान म ं ी माननीय मोदी जी के नेत ृ व म 16व लोकसभा म बह त काम ह आ है। म य देश म भी माननीय िशवराज िसहं चौहान जी के नेत ृ व म पर बह त काम ह आ उस िवषय पर बोलने का आपने मुझे अवसर िदया ह,ै इसके िलए बह त-बह त ध यवाद। म माननीय म ं ी जी स े यह कहना चाहता ह ँ िक के ीय जल आयोग न े बाधं म जो गाद जमा हो जाता ह,ै ऐसे 126 बांध का सव ण िकया है। ना स के िहसाब स े एक ितशत गाद ितवष जमा हो सकती ह ै अथा त 100 वष क समय सीमा िनधा रत रहती ह,ै मगर कु छ बांध म 22 वष , 30 वष और 37 वष म लगभग 57 ितशत, 63 ितशत और 84 ितशत गाद जमा हो गया है। मेरा ससं दीय े म दसौर, िजसम चंबल नदी पर गांधीसागर बांध बना ह,ै उसम माननीय मोदी जी के नेत ृ व म और देश सरकार के नेतृ व म दिु नया का सबस े बड़ा यामगढ़ ोज े ट ह,ै जो 04.07.2019 Sh/Rjn Uncorrected / Not for Publication 7
लगभग 1700 करोड़ का है। यह माइ ो इ रगेशन के मा यम स े देश का बह त बड़ा ोज े ट ह ै और चंबल पर बह त सारी योजनाए ं बनी ह ै और आगे बनना भी सभं ािवत ह । म जानना चाह गं ा िक उसम भी गाद अगर जमा ह ै तो या उसका परी ण का कोई यास भारत सरकार करगे ी? (1115/RPS/SNT) ी गज े िसहं शेखावत: अ य महोदय, रजवा यस और डै स म िसि टंग एक नेचरु ल ि या है। जब बांध बनाया जाता ह,ै उसके िडजाइन के समय ही बांध क अनमु ािनत आय ु 100 वष मानते ह ए, उसम अगले 100 वष म िजतनी अपेि त िस ट जमा होनी ह,ै उसके िहसाब स े उसका डेड रजवा यर लेवल बनाते ह और उसी तरह स े उसको िडजाइन िकया जाता है। लेिकन ऐसा स ं ान म आया ह ै िक देश भर के यिद कु ल बांध के प र े य म देखा जाए, जैसा माननीय सद य न े कहा ह,ै यिद म देश के 246 बांध , िजनका सव ण ह आ ह,ै उनके प र े य म चचा क ं तो कु ल िमलाकर ज़ीरो स े एक ितशत एवरजे रेट स े सेिडम टेशन हर साल होती ह,ै जो िब कु ल वाभािवक और अप े ा के अन ु प भी है। कु छ बांध ऐसे ह , िजनक चचा माननीय सद य न े क ह,ै ऐसे छ: बांध नोिटफाई ह ए ह , िजनम समय-सीमा स े कह अिधक िसि टंग ह ई है। यह िनि त प स े िच ता का िवषय ह,ै लेिकन िसि टंग को िडिस ट करना टे नो-इकोनोिमकली वायबल नह है। बह त छोटे बांध म इस तरह क तकनीक को काम म लेते ह ए िडिसि टंग क गई है। देश क सरकार न े आर.आर.आर. योजना या ि प योजना के मा यम स े भी इस तरह क िडिसि टंग का काम हाथ म लेकर कु छ बांध म इस तरह का योग िकया था। म सदन स े कहना चाह गं ा िक िडिसि टंग क िच ता करन े के साथ ही हम सभी को इस बात क िच ता करनी होगी िक इसका कारण या है। इसका कारण वन क कटाई और तटब ध का टूटना है। यिद हम उस िदशा म तेजी स े काय करग े और तेजी स े व ृ ारोपण होगा, तभी इस सम या स े िनजात पाई जा सकती है। SHRI BHARTRUHARI MAHTAB (CUTTACK): Thank you, hon. Speaker, Sir. Hirakud reservoir on Mahanadi river is under duress today. Silting is one problem but irregular or no flow of water during non-monsoon season is a matter 04.07.2019 Sh/Rjn Uncorrected / Not for Publication 8 of concern. Can the Government ensure free flow of water to the reservoir from upstream? Did the Central Water Commission inform Odisha before allowing a number of barrages and dams on upstream of Mahanadi river which has choked the free flow of water to the Hirakud reservoir? ी गज े िसहं शेखावत: अ य महोदय, य त: यह सूचीब स े सीधे स बि धत नह ह,ै लेिकन जब िकसी बांध क िडजाइन क जाती ह,ै जब कोई बांध बनता ह ै तो उसक अप ीम या डाउन ीम म लो ऑफ वाटर कं िटिनवसली बना रहे, इस िदशा म पूरा अ ययन करके ही इस तरह के बांध बनाए जाते ह । इस प र े य म जो भी अ य सूचना ह,ै वह म माननीय सद य को उपल ध करा दूगं ा। SHRI SUDIP BANDYOPADHYAY (KOLKATA UTTAR): Sir, preservation of water has become most important now-a-days. Even the Prime Minister has also expressed his concern. Sir, my question is very specific. The Government of West Bengal has introduced a scheme since last eight years, “Jal Dharo Jal Bharo” – Catch Water and Preserve Water. We are being benefitted by that scheme. So, my question is whether the Government of India has any proposal or plan to make a master plan for the coming days to face the challenge of this water crisis in the country. ी गज े िसहं शेखावत: अ य महोदय, िजस तरह स े पि म बगं ाल न े ‘जल धरो, जल भरो’ योजना लागू क ह,ै देश के अनेक देश न े इस तरह क योजनाए ं ली ह । म िजस देश स े आता ह ं – राज थान, जो जल क सबस े अिधक कमी वाला रा य ह,ै वहा ं म ु य म ं ी जल वावलंबन योजना के आधार पर बह त बड़ा काम इस िदशा म ह आ है। महारा न े भी इस तरह का बह त बड़ा काय म अपने यहां िलया था। गजु रात न े ‘सजु लाम-सफु लाम’ काय म िलया था। ‘नी च े ’ और इस तरह के अनेक काय म हरेक देश न े अपने यहां िलए ह और उनके आशातीत प रणाम भी आए ह । 04.07.2019 Sh/Rjn Uncorrected / Not for Publication 9
माननीय धान म ं ी जी के माग दश न म देश के जलशि म ं ालय को नोडल म ं ालय बनाते ह ए, एक जलशि अिभयान के नाम स,े एक अिभयान एक तारीख स े ार भ िकया गया है। देश क सरकार म काम करन े वाले ऐसे वाइंट स े े टरी एडं एबव ऑिफसस को आईड िटफाई करके , उनके साथ स ल वाटर किमशन और स ल ाउ ड वाटर बोड के अिधकारी, इंजीिनयस और हाइ ोलॉिज ट्स को िमलाकर, उनक टी स बनाकर वाटर े ड 256 लॉ स म भेजी गई ह । ये टी स 15 िदन म वहा ं जाकर, इन सभी िवषय का अ ययन करगी और इसके साथ ही इस आंदोलन को एक जन- आदोलनं बनाया जाए, इस िदशा म जन-जागरण के िलए भी वहा ं पर टेक-हो डस स े बात करके काम करगी। िजल म कले टस को इसके िलए नोडल अिधकारी बनाया गया है। हम इसका पूरा िव तृत अ ययन दो फे ज़जे म कर रहे ह, पहल े फे ज़ म , अभी जहा ं मानसून आता ह ै और दूसर े फे ज़ म ऐसे चार देश जहा ं र ीिटंग मानसून आता ह,ै उन दोन जगह पर इस े करन े का काम िकया ह।ै (1120/RAJ/GM) लेिकन ाथिमक तौर पर इसम देश को आना पड़ेगा। िजस तरह स े अ य रा य सरकार न े काम िकया ह,ै जैसा िक म न े चचा क ह ै िक गजु रात, महारा और माननीय सद य के देश वे ट बगं ाल न े काम िकया ह,ै यिद उसी तरह स े सभी लोग घर का पानी घर म , खेत का पानी खेत म और गांव का पानी गांव म रोकने के अिभयान के तहत काम करग े तो जैसा िक म न े पहल े के उ र म कहा ह,ै म िव ास के साथ कह सकता ह ं िक देश म इस सकं ट को हमेशा के िलए समा िकया जा सकता है। DR. SHRIKANT EKNATH SHINDE (KALYAN): Hon. Speaker, Sir, India is the biggest consumer of groundwater, followed by China and the USA. Groundwater forms a larger share of India’s agriculture and drinking water. It is said that India consumed more than 109 cubic kilometre groundwater between 2002 and 2008, double the capacity of the country’s largest reservoir of the Upper Wainganga. The bore-wells are drying up; the aquifers are deep down. What is happening is 04.07.2019 Sh/Rjn Uncorrected / Not for Publication 10 that though the digging of 200 feet, like in the case of Maharashtra, is legally allowed, people go deeper, digging up to 1,000 feet? So, my question to the hon. Minister is whether the Ministry is planning to make a Central law since we have got a new Jal Shakti Ministry, defining uniform conditions for digging bore-wells across the country and also laying directives for making rainwater harvesting compulsory for those who request for a bore-well. उसस े जल भराव भी बढ़ जाएगा। ी गजे िसहं शेखावत : अ य महोदय, म आपके मा यम स े माननीय सद य को यह जानकारी देना चाहता ह ं िक सिं वधान द यव था के अन ु प जल रा य का िवषय है। इसिलए हम िकसी भी तरह का य कानून सीधे बनाए, इसक संभावना बह त कम है। म माननीय सद य को इस बात क भी जानकारी देना चाहता ह ं िक हमारा देश अ यंत िवशाल देश ह ै और सभी देश , हर एक े के एि व फायस अलग-अलग ह । इसिलए एक uniform digging policy for borewell बनाना सभं व नह ह,ै लेिकन िफर भी, रा य न े अपने यहां पर इस तरह क यव थाए ं करन े के िलए उस िदशा म यास िकया है। अभी माननीय ह रत यायालय न े भी े ड और ओवर ए स लॉइटेड लॉ स ह , उनम अपने िनण य के आधार पर इन पर अदर दैन ि ंिकं ग वाटर परपस के िलए ट्यूब वेल, चाहे वह इंडि यल परपस के िलए हो या ए ीक चर परपस के िलए हो, िफलहाल उस पर रोक लगाई गई है। SHRI A. RAJA (NILGIRIS): Hon. Speaker, Sir, a few years back, in my constituency there was a big landslide because of flood. Two years back, in Chennai there was a huge flood. Out of this experience, I came to know through the officers that in spite of low or average rainfall, the flood is getting higher and higher every year. It is because the water channels that lead to the water bodies are being blocked by illegal constructions and encroachments. This is a very important issue. Unless and until the encroachments are removed, the water 04.07.2019 Sh/Rjn Uncorrected / Not for Publication 11 bodies cannot be filled up with water for future generation. What will be the mechanism of the Government to remove all these encroachments to keep the water bodies intact? This is my first question. अ य महोदय : कृ पया एक ही पूछ । ी गजे िसहं शेखावत : जैसा म न े अभी पूव वत म कहा ह ै िक यह य त: रा य सरकार का िवषय है। िनि त प स े िचतं ा का िवषय है। मननीय सद य न े च े नई के बार े म िकया है।…( यवधान) SHRI A. RAJA (NILGIRIS): Out of my experience from Tamil Nadu, I am saying that it applies to the whole of India. ी गजे िसहं शेखावत : म पूर े देश भर के प र े य म बात क ं और more specifically, to speak about Chennai, च े नई म िजतने तालाब थ,े अब उसके के वल 10वा ं िह सा ही तालाब ब च े ह । एन ोचम ट क देश भर म सम या है। वाटर बॉडीज, उनके कै चम ट ए रया गांव म या शहर म हो, सभी जगह इस तरह क चनु ौती ह,ै लेिकन य त: रा य सरकार इस बार े म िनण य करती ह । माननीय अ य : इस िवषय पर कई माननीय सद य अपनी बात कहना चाहता ह । …( यवधान) ी अधीर रजं न चौधरी (बहरामपुर): अ य महोदय, फर का बैराज।…( यवधान) माननीय अ य : आप एक िमनट के िलए िकए।
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OBSERVATION RE: DISCUSSION ON WATER CONSERVATION
माननीय अ य : जल सरं ण और जल के िवषय पर कई माननीय सद य सि लम ी पूछना चाहते ह । माननीय धान म ं ी जी, जो हमार े सदन के नेता ह , उ ह न े भी इस जल सरं ण पर िवशेष प स े गंभीर यान िदया ह,ै इसिलए अलग-अलग म ं ालय को एक साथ लेकर जल शि म ं ालय बनाया है। म सभी माननीय सद य क उ सकु ता को देखते ह ए, म ससं दीय काय म ं ी जी स े आ ह क ं गा िक इस पर एक बार िडबेट होनी चािहए तािक अिधकतम माननीय सद य इस पर बोल सक । ससं दीय काय म ं ालय म रा य म ं ी तथा भारी उ ोग और लोक उ म म ं ालय म रा य म ं ी ( ी अज नु राम मेघवाल): अ य जी, सरकार इसके िलए तैयार है।
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(1125/IND/RSG) ( 182, 187 एव ं 192 -- जारी)