The Madhav University, Pindwara (Sirohi) Act, 2014 Act 7 of 2014 Keyword(s): Madhav university, Pindwara, Sirohi, AICTE, CSIR, Distance Education, Fee, Higher Education, Hostel, Student of the University, Study Centre, UGC DISCLAIMER: This document is being furnished to you for your information by PRS Legislative Research (PRS). The contents of this document have been obtained from sources PRS believes to be reliable. These contents have not been independently verified, and PRS makes no representation or warranty as to the accuracy, completeness or correctness. In some cases the Principal Act and/or Amendment Act may not be available. Principal Acts may or may not include subsequent amendments. For authoritative text, please contact the relevant state department concerned or refer to the latest government publication or the gazette notification. Any person using this material should take their own professional and legal advice before acting on any information contained in this document. PRS or any persons connected with it do not accept any liability arising from the use of this document. PRS or any persons connected with it shall not be in any way responsible for any loss, damage, or distress to any person on account of any action taken or not taken on the basis of this document. jktLFkku jkt&i= RAJASTHAN GAZETTE fo’ks"kkad Extraordinary lkf/kdkj izdkf’kr Published by Authority QkYxqu 13] eaxyokj] 'kkds 1935&ekpZ 4] 2014 Phalguna 13, Tuesday, Saka 1935–March 4, 2014 Hkkx 4 ¼d½ jktLFkku fo/kku eaMy ds vf/kfu;eA fof/k ¼fo/k¼fo/kk;hk;h izk:i.k½ foHkkx ¼xzqi&2½ vf/klwpuk t;iqj] ekpZ 444]4] 2014 la[;k ii---- 2 ¼2 ¼8¼ 888½½ fof/k@2@2014%&fof/k@2@2014%&jktLFkku jkT; fo/kku&e.My dk fuEukafdr vf/kfu;e] ftls jkT;iky egksn;k dh vuqefr fnukad 3 ekpZ] 2014 dks izkIr gqbZ] ,rn~}kjk loZlk/kkj.k dh lwpukFkZ izdkf'kr fd;k tkrk gS%& माधव व ववयालय, पंडवाडा ़ (सरोह) अधनयम, 2014 (2014 का अधनयम संयांक 7) [रायपाल महोदया क अनमतु दनांक 3 माच, 2014 को ात हुई] राजथान राय म माधव व ववयालय, पंडवाडा ़ (सरोह) क थापना और नगमन के लए और उससे संसत और आनषंगकु वषय के लए उपबंध करने के लए अधनयम। यतः, व व और देश म ान के सभी े म ती वकास के साथ-साथ कदम मलाने को िट म रखते हुए यवाओंु को उनके नकटतम थान पर अधुनातन शैणक सवधाओंु का उपबंध करने के लए राय म वव तरय आधनकु अनसंधानु और अययन सवधाओंु का सजनृ करना आवयक है िजससे उह वव क उदार आथक और सामािजक यवथा म मानव संसाधन से संगत बनाया जा सके; और यतः, ान के े म ती गत और मानव संसाधन क परवतनशील अपेाओं से यह आवयक हो गया है क शैणक अनसंधानु और वकास क ऐसी संसाधनपणू और वरत और उतरदायी णाल सिजतृ क जाये जो एक आवयक वनयामक यवथा के अधीन उयमतापणू उसाह से काय कर सके और ऐसी णाल, उचतर 73¼2½ jktLFkku jkt&i=] ekpZ 4] 2014 Hkkx 4 ¼d½ शा म कायरत पयात संसाधन और अनभवु रखने वाल ाइवेट संथाओं को वववयालय क थापना करने के लए अनातु करने से और ऐसे व ववयालय को ऐसे वनयामक उपबंध से, जो ऐसी संथाओं के कु शल कायकरण को सनिचतु कर, नगमत करने से सिजतृ क जा सकती है; और यतः, मानव भारती चैरटेबल ट, लाडो, पोट आफस सलतानपु ुर, कु मारही, सोलन (हमाचल देश), जो भारतीय यास अधनयम, 1882 (1882 का केय अधनयम सं. 2) के अधीन उप रिज ार, सोलन (हमाचल देश) के कायालय म रिजक रण सं. 1227/ 2006, दनांक 2-11-2006 पर रिजकृ त एक ट है जो शा के े म लगा हुआ है और वगत चार वष से एक नजी वववयालय अथात ् मानव भारती व ववयालय, सोलन (हमाचल देश) को चला रहा है; उत मानव भारती चैरटेबल ट, लाडो, पोट आफस सलतानपु र,ु कु मारही, सोलन (हमाचल देश) ने राज थान राय के ाम भजेलाु और वाडा,़ तहसील पंडवाडा,़ िजला सरोह म अनसु चीू 1 म यथा वनदट भौतक और शैणक दोन कार क शैक अवसंरचनाएं थापत कर ल ह और अनसु चीू 2 म वनदट शाखाओं म अनसंधानु और अययन के लए एक व ववयालय म उत अवसंरचना का वनधान करने के लए सहमत हो गया है और इस अधनयम के उपबंध के अनसारु वयास नध क थापना म उपयोिजत कये जाने के लए एक करोड़ पये क रकम भी जमा करा द है; और यतः, उपयुत अवसरंचना क पयातता क जांच राय सरकार वारा इस नमत नयतु समत वारा कर ल गयी है िजसके सदय कु लपत, मोहनलाल सखाडु +या वववयालय, उदयपर,ु नदेशक, महावयालय शा राजथान, जयपर,ु संकाया य, ब धन संकाय, मोहनलाल सखाडु या+ वववयालय, उदयपर,ु संकाया य, वान संकाय, मोहनलाल सखाडु +या वववयालय, उदयपर,ु संकाया य, वध संकाय, मोहनलाल सखाडु या+ व ववयालय, उदयपर,ु ाचाय, रवीनाथ टैगोर चकसा महाव यालय, उदयपरु और 2 Hkkx 4 ¼d½ jktLFkku jkt&i=] ekpZ 4] 2014 73¼3½ नदेशक, ौयोगक और कृ ष अभयांक महावयालय, महाराणा ताप कृ ष और ौयोगक वववयालय, उदयपरु थे; और यतः, यद उपयुत अवसंरचना का उपयोजन व ववयालय के प म नगमन म कया जाता है और उत मानव भारती चैरटेबल ट, लाडो, पोट आफस, सलतानपु र,ु कु मारही, सोलन (हमाचल देश) को व ववयालय चलाने के लए अनातु कया जाता है तो इससे राय क जनता के शैणक वकास म योगदान होगा; भारत गणराय के पसठव वष म राजथान राय वधान-मडल न नलखत अधनयम बनाता हैः- 1. संत नाम, सार और ारभ .-(1) इस अधनयम का नाम माधव व ववयालय, पंडवाडा ़ (सरोह) अधनयम, 2014 है। (2) इसका सार सपणू राजथान राय म है। (3) यह 25 सतबर, 2013 को और से वतृ हुआ समझा जायेगा। 2. परभाषाएं.- इस अधनयम म, जब तक क संदभ से अयथा अपेत न हो,- (क) ''अ.भा.त.श.प.'' से अखल भारतीय तकनीक शा परष अधनयम, 1987 (1987 का केय अधनयम सं. 52) के अधीन थापत अखल भारतीय तकनीक शा परष अभेत है; (ख) ''वै.औ.अ.प.'' से केय सरकार क वतपोषण एजेसी- वैानक और औयोगक अनसंधानु परष , नई दल अभेत है; (ग) ''द.श.प.''ू से इंदरा गांधी राय मतु व ववयालय अधनयम, 1985 (1985 का केय अधनयम सं. 50) क धारा 28 के अधीन थापत दरथू शा परष अभेत है; (घ) ''दरथू शा'' से संचार अथात ् सारण, टेलकॉिटंग, पाचार पायम, सेमनार, संपक कायम और ऐसी 3 73¼4½ jktLFkku jkt&i=] ekpZ 4] 2014 Hkkx 4 ¼d½ ह कसी अय कायपत के कसी भी दो या अधक साधन के संयोजन वारा द गयी शा अभेत है; (ङ) ''व.ौ.व.'' से केय सरकार का वान और ौयोगक वभाग अभेत है; (च) ''कमचार'' से व ववयालय म काय करने के लए व ववयालय वारा नयतु कोई यित अभेत है और इसम वववयालय के अयापक, अधकार तथा अय कमचार सिमलत ह; (छ) ''फस'' से वववयालय वारा छा से कया गया संहण, िजसे चाहे कसी भी नाम से जाना जाये, अभेत है, जो तदेय नहं है; (ज) ''सरकार'' से राजथान क राय सरकार अभेत है; (झ) ''उचतर शा'' से 10 +2 तर से ऊपर ान के अययन के लए पायचया या पा यम का अययन अभेत है; (ञ) ''छाावास'' से वववयालय या उसके महावयालय, संथाओं या के के छा के लए वववयालय वारा इस प म संधारत या मायताात नवास थान अभेत है; (ट) ''भा.कृ .अ.प.'' से सोसाइट रिजकरण अधनयम, 1860 (1860 का केय अधनयम सं.21) के अधीन रिजकृ त सोसाइट - भारतीय कृ ष अनसंधानु परष अभेत है; (ठ) ''भा.आ.प.'' से भारतीय आयवानु परष अधनयम, 1956 (1956 का केय अधनयम सं.102) क धारा 3 के अधीन गठत भारतीय आयवानु परष अभेत है; (ड) ''रा.न..प.'' से वववयालय अनदानु आयोग क एक वायत संथा-राय नधारण और यायन परष , बंगलोर अभेत है; (ढ) ''रा.अ.श.प.'' से राय अयापक शा परष अधनयम, 1993 (1993 का केय अधनयम 4 Hkkx 4 ¼d½ jktLFkku jkt&i=] ekpZ 4] 2014 73¼5½ सं.
Details
-
File Typepdf
-
Upload Time-
-
Content LanguagesEnglish
-
Upload UserAnonymous/Not logged-in
-
File Pages70 Page
-
File Size-